Uttarkashi Land Fraud: पूर्व विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष ने आरोपों को खारिज किया
Uttarkashi Land Fraud: बड़कोट में एक एनआरआई महिला की ज़मीन के मामले में गड़बड़ी और धोखाधड़ी का आरोप सामने आया है। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि, लंबे समय से व्यवसायिक साझीदार रहे पूर्व विधायक मालचंद और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा ने महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उक्त ज़मीन अभी भी महिला के नाम है और आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। उन्होंने महिला और सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की घोषणा की है।
मामले का विवरण
एनआरआई महिला शशि नेस्ले प्रिटोरियस ने आरोप लगाया कि उनकी ओजरी, बड़कोट की ज़मीन बिना उनकी अनुमति के धोखाधड़ी से बेची गई। इसके जवाब में पूर्व विधायक मालचंद ने कहा कि ज़मीन की बिक्री पूरी तरह से वैध थी और जिलाधिकारी से आवश्यक अनुमति ली गई थी। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अनुसूचित जाति का व्यक्ति सवर्ण की ज़मीन कैसे बेच सकता है, जबकि ज़मीन बेचने के सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की गई थीं।
आरोपों को खारिज करते हुए पूर्व नेताओं ने दी सफाई
पूर्व विधायक मालचंद और जशोदा राणा ने इस आरोप को पूरी तरह से नकारा, और कहा कि ज़मीन का विक्रय कानूनी तरीके से किया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि महिला की ज़मीन, जो विभिन्न स्थानों पर स्थित थी, यथावत बनी हुई है। पूर्व विधायक ने कहा कि अपने 32 वर्षों के राजनीतिक करियर में इस तरह के आरोप लगाए जाना उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश है।
वर्तमान स्थिति और जांच
स्थानीय राजस्व टीम इस मामले की जांच कर रही है। मालचंद और जशोदा राणा ने अपनी पूरी रक्षा में सभी दस्तावेज और साक्ष्य पेश किए हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि वे उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे जो उनके खिलाफ गलत जानकारी फैलाते हैं।