Odisha Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे के पैसेंजरों की जुबानी हादसे की कहानी, दिल दहला देने वाली खौफनाक दास्तान

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुई तीन ट्रेनों की टक्कर के बाद देश दहल गया है। प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे देश की संवेदना इस वक़्त उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनो को खोया है। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम करीब 7 बजे हुआ ट्रेन हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के कई कोच तबाह हो गए। एक इंजन तो मालगाड़ी के रैक पर ही चढ़ गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि खिड़कियों के कांच टूट गए और करीब 50 लोग बाहर जाकर गिरे। चश्मदीद बोले- कहीं किसी का हाथ पड़ा था तो कहीं पैर, कई डिब्बों में फंसे थे। जानिए दिल दहला देने वाली दास्तान। पैसेंजरों की जुबानी इस हादसे की कहानी
1 पंखा पकड़कर बैठा रहा, फिर दूसरों की मदद की: चश्मीद
एक पैसेंजर ने बताया कि हम S5 बोगी में थे और जिस समय हादसा हुआ उस उस समय मैं सोया हुआ था। तेज आवाज से मेरी नींद खुली। मैंने देखा कि ट्रेन पलट गई है। मेरी सीट ऊपर वाली थी, मैं वहां पंखा पकड़ कर बैठा रहा। ट्रेन में भगदड़ मच गई थी। लोग बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे। तभी पैंट्री कार में आग लग गई। हम दूसरी तरफ भागे, तो हमने देखा कि वहां मरे हुए लोग पड़े हैं जिसमें किसी का हाथ नहीं है, किसी का पैर नहीं है। तब तक कोई बाहरी व्यक्ति मदद के लिए नहीं आ पाया था। ट्रेन से बाहर निकलकर लोग ही एक-दूसरे की मदद कर रहे थे। अच्छी बात ये थी कि हमारी सीट के नीचे एक 2 साल का बच्चा था, जो बिल्कुल सुरक्षित था। हमने उसके परिवार को बचाने में मदद की।
2. ट्रेन पलटी तो 10 लोग मेरे ऊपर आकर गिरे:चश्मीद
एक अन्य पैसेंजर ने बताया कि मुझे ट्रेन में नींद आ गई थी। तभी गाड़ी पलट गई। झटके से मेरी नींद खुली। मैं रिजर्व बोगी में था, लेकिन इसमें जनरल बोगी जैसे लोग भरे थे। मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि 10-12 लोग मेरे ऊपर पड़े हुए हैं। जब मैं ट्रेन से बाहर निकला तो देखा कि किसी का हाथ नहीं है, किसी का पैर नहीं है। किसी का चेहरा खराब हो चुका है। मुझे हाथ और गर्दन में चोट आई है।
रेल मंत्रालय देगा 10 लाख मुआवजा
ओडिशा में हुए इस भयावह ट्रेन हादसे में 261 लोगों की जानें गई हैं। रेल मंत्राय की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवजा राशि देने का एलान कर दिया गया है। इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी।
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