Patna: "बड़े पेट वाले" चुनाव कर्मियों का कमाल, 18 करोड़ के खाने का बिल देखकर अधिकारियों की उड़ी नींद!

 
Patna: "बड़े पेट वाले" चुनाव कर्मियों का कमाल, 18 करोड़ के खाने का बिल देखकर अधिकारियों की उड़ी नींद!

Patna: जी हां, आप चौंक जाएंगे यह जानकर कि पटना में चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी एक दिन में "दस प्लेट" खाना और नाश्ता चट कर गए! ऐसा ही तो बताया गया है वेंडर द्वारा सौंपे गए बिल में, जिसे देख पटना डीएम के होश उड़ गए। चुनाव कर्मियों की ओर से पेश किए गए इस "भोजन महोत्सव" का बिल सीधा 18 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पर डीएम चंद्रशेखर सिंह की तेज निगाहों ने इस मजेदार घोटाले को तुरंत पकड़ लिया।

खर्च हुआ महज 2.49 करोड़, पर बिल था 18 करोड़ का!

डीएम ने तुरंत तीन सदस्यीय जांच कमिटी बना दी, और जब बारीकी से जांच हुई तो पता चला कि असल खर्च सिर्फ 2.49 करोड़ रुपये है। बाकी के 15 करोड़ की वेंडर ने बड़े प्यार से "अतिरिक्त प्लेट" में जोड़ दिए थे। अब सोचिए, जहां एक आदमी के लिए दस प्लेट भोजन दिखाया गया है, वहां तो "चुनावी कर्मी" का पेट ही महाप्रसाद से भर गया होगा!

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पंखे और बल्बों की भी बेतुकी संख्या का खुलासा

बिल में न सिर्फ खाने का, बल्कि पंखे और बल्बों की संख्या में भी "गजब का इजाफा" था। जिस हॉल में 100 लोग ही बैठ सकते थे, वहां के लिए 80-90 पंखे और बल्ब का बिल बना दिया गया। अधिकारियों ने जब इस पर ध्यान दिया, तो सबका एक ही सवाल था: "क्या हॉल में पंखों की प्रदर्शनी लगी थी?"

पटना डीएम का ऑडिट, बड़ा घोटाला रोक दिया

ऑडिट होते ही पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने इस फर्जीवाड़े पर रोक लगा दी। इस खुलासे के बाद सभी वेंडर और उनके "भोजन प्रेम" की पोल खुल गई। अधिकारियों का कहना है कि सरकारी खजाने को लूटने का यह अनोखा प्रयास अब घोटाले की "प्रेरणा कहानियों" में गिना जाएगा!

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