पेंशनर्स फोरम की बैठक में उठी पेंशन सुधारों की मांग, सरकार से जल्द कार्रवाई की अपील
पेंशनर्स फोरम की कार्यकारिणी की बैठक अध्यक्ष राजेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें 15 दिसंबर 2025 को होने वाले 17वें स्थापना दिवस / वार्षिकोत्सव की तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री और पांच प्रमुख केंद्रीय एवं राज्य मंत्रियों को फोरम की मांगें भेजी जाएंगी।
सदस्यों ने चिंता जताई कि पेंशनधारक आज भी अनेक समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन सरकारें उनकी आवाज़ नहीं सुन पा रहीं। 8वें वेतन आयोग पर अनिश्चितता, न्यायालयों में लंबित मामलों और पेंशन लाभों में देरी को लेकर नाराजगी व्यक्त की गई। सदस्यों ने कहा कि वे अपनी मांगें उच्च स्तर तक पहुंचाने के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
Pensioners’ Forum raises urgent concerns over delayed pension benefits and healthcare issues, urging the government to act before the 17th Foundation Day. #PensionersForum pic.twitter.com/KTel41AbJg
— The Vocal News (@thevocalnews) December 8, 2025
फोरम ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार के स्तर पर पेंशन देने में लापरवाही बढ़ती जा रही है, जिसके कारण पेंशनरों को समय पर 15% महंगाई राहत नहीं मिल पा रही। स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी असंतोष व्यक्त किया गया, विशेषकर लखनऊ के रत्नालय नगर में तीसरी मंज़िल तक पहुंचने में होने वाली दिक्कतों के कारण वरिष्ठ नागरिकों को हो रही परेशानियों पर चर्चा हुई।
बैठक में कई सदस्य शामिल हुए, जिनमें डॉ. हरजीत सिंह भाटिया, प्रकाश श्रीवास्तव, ए. एन. तिवारी, सत्य नारायण, एस. एस. बाजपेई, उमा शंकर दीक्षित, एस. एस. तिवारी, सुभाष भाटिया, बी. एल. गुलाबिया, भानु प्रसाद निगम, अजीत मिश्रा, शिव शंकर शर्मा, रवींद्र कुमार माहुर, अशोक कुमार, चंद्रशेखर, रमेश चंद, विनय प्रकाश उपाध्याय और आर. पी. वर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
बैठक के अंत में आनंद अवस्थी ने सचिव रिपोर्ट पढ़ी और पेंशनर्स की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार से जल्द कार्रवाई की मांग की।