PM MODI: गोरखपुर की गीता प्रेस में PM मोदी, शिव पुराण के नए संस्करण का विमोचन किया

 
PM MODI: गोरखपुर की गीता प्रेस में PM मोदी, शिव पुराण के नए संस्करण का विमोचन किया

सनातन संस्कृति की पौराणिकता व ऐतिहासिकता को साहित्य के माध्यम से संरक्षित, संवर्धित करने वाली विश्व प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्था गीता प्रेस की स्थापना का शताब्दी वर्ष समारोह के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर की गीता प्रेस पहुंचे हैं। पीएम गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन आयोजन में शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा,"सावन का पवित्र माह, इंद्र देव का आशीर्वाद, संतों की कर्मस्थली ये गोरखपुर की गीता प्रेस। जब संतों का आशीर्वाद फलीभूत होता है तब ऐसे संस्थान बनते हैं। मुझे भी चित्रमय और नेपाली भाषा के शिव पुराण का सौभाग्य मिला है।

https://twitter.com/ANI/status/1677270124003491840?s=20

4 जून 2022 को हुआ था शुभारंभ

1923 में स्थापित गीता प्रेस की शताब्दी वर्ष समारोह का औपचारिक शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल की उपस्थिति में 4 जून 2022 को किया था। तब श्री कोविंद ने गीता प्रेस का भ्रमण, यहां के लीलाचित्र मंदिर का अवलोकन करने के साथ ही आर्ट पेपर पर छपी श्रीरामचरितमानस के विशेष अंक व गीता तत्व विवेचनी का विमोचन किया था। तब श्री कोविंद ने कहा था कि गीता प्रेस एक सामान्य प्रिंटिंग प्रेस नहीं, बल्कि समाज का मार्गदर्शन करने वाला साहित्य का मंदिर है। सनातन धर्म और संस्कृति को बचाए रखने में इसकी भूमिका मंदिरों और तीर्थ स्थलों जितनी ही महत्वपूर्ण है।

WhatsApp Group Join Now

675 साल पुराने राम-कृष्ण के चित्र देखे


पीएम मोदी ने लीला चित्र मंदिर देखा है। यहां टेसू के फूलों से बने 675 साल पुराने राम-कृष्ण के चित्र उन्होंने देखा। पहली प्रिंटिंग मशीन भी देखी। साथ में, सीएम योगी भी मौजूद हैं। अब पीएम मोदी ने मंच से शिव पुराण के नए संस्करण का विमोचन पीएम मोदी ने किया।गीता प्रेस के 100 साल के इतिहास में ये पहला मौका है, जब कोई PM पहुंचा है। गीता प्रेस को हाल ही में गांधी शांति पुरस्कार मिला है। इसको लेकर विपक्ष ने काफी विवाद किया था। कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा था,"गीता प्रेस को यह पुरस्कार देने का फैसला एक मजाक है। यह सावरकर और गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है। पीएम ने कहा,"सदियों बाद अयोध्या में राम मंदिर का सपना पूरा होने जा रहा है। हमने अपनी धरोहरों को वो स्थान दिया है, जो उन्हें मिलना चाहिए। इसलिए अब नौसेना के झंडे पर शिवाजी महाराज के वक्त का चिह्न दिख रहा है। हमारी जो प्राचीन मूर्तियां विदेशों में बेची गई थीं। वो भी हमारे मंदिरों में वापस पहुंच रही हैं।

https://twitter.com/FabulasGuy/status/1677261884079378432?s=20

Tags

Share this story