यूक्रेन जैसे 'छोटे' देशों में जाकर मेडिकल की पढ़ाई कर वाले भारतीय छात्रों के लिए पीएम मोदी की सीधी सलाह

 
यूक्रेन जैसे 'छोटे' देशों में जाकर मेडिकल की पढ़ाई कर वाले भारतीय छात्रों के लिए पीएम मोदी की सीधी सलाह
काफी आरसे से भारतीय छात्र भाषा की बाधा के बावजूद मेडिकल शिक्षा के लिए कई छोटे देशों में जा रहे हैं. रूस से युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को अब वतन की याद आ रही है, जिन्होंने मेडिकल शिक्षा जैसी तमाम स्ट्रीम्स की पढ़ाई के लिए यूक्रेन को चुना. इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी विदेश जाने वाले छात्रों के बाहर जाकर पढ़ने की आलोचना हो रही है तो कई लोग अलग-लग तरह के कमैंट्स कर रहें हैं. इस बीच पीएम मोदी ने इस मसले पर अप्रत्यक्ष बयान दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को निजी क्षेत्र से इस क्षेत्र में बड़ी उपस्थिति दर्ज करने का आग्रह किया. स्वास्थ्य क्षेत्र पर केंद्रीय बजट घोषणाओं पर एक वेबिनार में बोलते हुए, पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि राज्य सरकारों को भी चिकित्सा शिक्षा के लिए भूमि आवंटन के लिए अच्छी नीतियां तैयार करनी चाहिए ताकि भारत बड़ी संख्या में डॉक्टरों का उत्पादन कर सके. https://twitter.com/narendramodi/status/1497457484230971394 हालांकि मोदी ने यूक्रेन संकट का कोई सीधा जिक्र नहीं किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि जो भारतीय छात्र पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं, विशेष रूप से चिकित्सा शिक्षा में वही सैकड़ों अरबों रुपये देश से बाहर भी निकलते हैं. उन्होंने पूछा,"हमारे बच्चे आज पढ़ाई के लिए छोटे देशों में जा रहे हैं, विशेष रूप से चिकित्सा शिक्षा के लिए. वहां भाषा की समस्या है. वे अभी भी जा रहे हैं ... क्या हमारा निजी क्षेत्र इस मेडिकल शिक्षा में बड़े पैमाने पर प्रवेश नहीं कर सकता है? क्या हमारी राज्य सरकारें अच्छा ढांचा नहीं बना सकती हैं. इस संबंध में भूमि आवंटन के लिए नीतियां बनाने में राज्य सरकारों को आगे आना चाहिए." वेबिनार में पीएम मोदी ने लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण सेवाएं प्रदान करने के लिए अपनी सरकार के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला. बता दें कि यूक्रेन के एयर स्पेस बंद कर देने के बाद एयर इंडिया की 4 विमानें रोमानिया और दूसरे सीमवर्ती देशों से इमरजेंसी फ्लाइट्स के माध्यम से यूक्रेन में फंसे करीब 18,000 भारतीय छात्रों को वतन वापस ले जाएंगी इसके साथ ही फिलहाल वहां फंसे छात्रों को बंकर्स में सुरक्षित रहने तथा विदेश मंत्रालय, यूक्रेन में भारतीय दूतावास से संपर्क बनाये रखने के लिए कहा गया है.

यह भी पढ़ें : यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच में पुतिन से मुलाकात करने पहुंचे इमरान खान, नाराज अमेरिका ने दी यह सजा

Tags

Share this story