राष्ट्रपति मुर्मू का राष्ट्र के नाम संबोधन, कहा- महिलाओं ने बढ़ाया राष्ट्र का गौरव, चंद्रयान -3 को लेकर कही ये बात
![President Droupadi Murmu](https://hindi.thevocalnews.com/static/c1e/client/109282/uploaded/75f9cc4d0c31bf97eea07dfc929c17d0.jpg?width=730&height=420&resizemode=4)
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के नाम संबोधन दिया। राष्ट्रपति ने कहा, ''मेरे प्यारे देशवासियो, देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर आप सभी को मेरी हार्दिक बधाई! यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन है। स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम केवल एक व्यक्ति ही नहीं हैं, बल्कि हम एक ऐसे महान जन-समुदाय का हिस्सा हैं, जो अपनी तरह का सबसे बड़ा और जीवंत समुदाय है। यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है।
इन अहम मुद्दों पर रखें अपने विचार
महिलाएं राष्ट्र का गौरव बढ़ा रही हैं- राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ''आज महिलाएं विकास और देश सेवा के हर क्षेत्र में बढ़-चढ़कर योगदान दे रही हैं और राष्ट्र का गौरव बढ़ा रही हैं. आज हमारी महिलाओं ने ऐसे अनेक क्षेत्रों में अपना विशेष स्थान बना लिया है, जिनमें कुछ दशकों पहले उनकी भागीदारी की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. मैं सभी देशवासियों से आग्रह करती हूं कि वे महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता दें. मैं चाहूंगी कि हमारी बहनें और बेटियां साहस के साथ, हर तरह की चुनौतियों का सामना करें और जीवन में आगे बढ़ें।
Today, women are contributing extensively in every field of development and service to the country and are enhancing the nation’s pride. Today our women have made their special place in many such fields in which their participation was unimaginable a few decades ago. pic.twitter.com/MvLCXvp1QJ
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 14, 2023
देश ने विपरित समय को अवसर में बदला
देश ने चुनौतियों को अवसरों में बदला है और प्रभावशाली जीडीपी ग्रोथ भी दर्ज की है. मुश्किल दौर में भारत की अर्थव्यवस्था न केवल समर्थ सिद्ध हुई है बल्कि दूसरों के लिए आशा का स्रोत भी बनी है. वंचितों को वरीयता प्रदान करना हमारी नीतियों और कार्यों के केंद्र में रहता है. परिणामस्वरूप पिछले दशक में बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी से बाहर निकालना संभव हो पाया है।
आदिवासी भाई-बहनों से की अपील
आदिवासी भाई-बहनों से अपील करती हूं कि आप सब अपनी परंपराओं को समृद्ध करते हुए आधुनिकता को अपनाएं. जरूरतमंदों की सहायता के लिए विभिन्न क्षेत्रों में पहल की गयी है तथा व्यापक स्तर पर कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. मैं एक शिक्षक रही हूँ, इस नाते भी मैंने यह समझा है कि शिक्षा, सामाजिक सशक्तीकरण का सबसे प्रभावी माध्यम है
चंद्रयान अभियान एक सीढ़ी है
चंद्रमा का अभियान अन्तरिक्ष के हमारे भावी कार्यक्रमों के लिए केवल एक सीढ़ी है। हमें बहुत आगे जाना है। अनुसंधान, नवाचार तथा उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए, अगले 5 सालों में 50 हजार करोड़ रुपये की राशि के साथ सरकार द्वारा Anusandhaan National Research Foundation स्थापित किया जा रहा है।
To foster the spirit of research, innovation and entrepreneurship, the Government is setting up the Anusandhan National Research Foundation, with an amount of Rs. 50,000 crore for next five years. pic.twitter.com/rlkVXeyGxJ
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 14, 2023
प्यारे देशवासियो,
हमारा संविधान हमारा मार्गदर्शक दस्तावेज है। संविधान की प्रस्तावना में हमारे स्वाधीनता संग्राम के आदर्श समाहित हैं। आइए, हम अपने राष्ट्र निर्माताओं के सपनों को साकार करने के लिए सद्भाव और भाई-चारे की भावना के साथ आगे बढ़ें।स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, मैं पुनः आप सब को, विशेष रूप से सीमाओं की रक्षा करने वाले सेना के जवानों, आंतरिक सुरक्षा प्रदान करने वाले सभी बलों एवं पुलिस के जवानों तथा दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को बधाई देती हूँ। सभी प्यारे देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के नाम संबोधन दिया। राष्ट्रपति जी ने दी देशवासियों को 77वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई!