करप्शन करने वालों पर सख्त मोदी! PM ने CBI को कहा कोई भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए

 
करप्शन करने वालों पर सख्त मोदी! PM ने CBI को कहा कोई भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज CBI की स्थापना के 60 साल पूरे होने के डायमंड जुबली प्रोग्राम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने पोस्टल स्टाम्प और डायमंड जुबली मार्क वाला सिक्का लॉन्च किया। इसके साथ ही शिलॉन्ग, पुणे और नागपुर में CBI के ब्रांच ऑफिस की नई बिल्डिंग का उद्घाटन भी किया। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो या सीबीआई भारत सरकार की प्रमुख जाँच एजेन्सी है। यह आपराधिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हुए भिन्न-भिन्न प्रकार के मामलों की जाँच करने के लिये लगायी जाती है। यह कार्मिक एवम् प्रशिक्षण विभाग के अधीन कार्य करती है। कार्यक्रम पीएम मोदी ने सीबीआई अधिकारियों से कहा कि ''कोई भी भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए और हमारी कोशिशों में कोई भी ढील नहीं आनी चाहिए''।

पीएम की संबोधन की बड़ी बात

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा-  CBI से कहा, ''आपको कहीं पर भी रुकने की जरूरत नहीं है। मैं जानता हूं आप जिनके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं वे बेहद ताकतवर लोग हैं, बरसों तक वे सरकार और सिस्टम का हिस्सा रहे हैं। आज भी वे कई जगह किसी राज्य में सत्ता का हिस्सा हैं, लेकिन आपको अपने काम पर फोकस रखना है कोई भी भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए''।

1 अप्रैल 1963 को हुई CBI की स्थापना

सरकार ने भ्रष्टाचार के उन्मूलन और सत्यनिष्ठा को स्थापित करने के लिए लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के संकल्प से दिल्ली स्पेशल पुलिस इस्टैब्लिशमेंट एक्ट, 1946 पारित हुआ। दिल्‍ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान को इसका लोकप्रिय नाम ‘केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्‍यूरो’ गृह मंत्रालय संकल्‍प दिनांक 1.4.1963 द्वारा मिला। आरम्‍भ में केन्‍द्र सरकार द्वारा सूचित अपराध केवल केन्‍द्रीय सरकार के कर्मचारियों द्वारा भ्रष्‍टाचार से ही सम्‍बन्धित था। धीरे-धीरे, बड़ी संख्‍या में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की स्‍थापना के साथ ही इन उपक्रमों के कर्मचारियों को भी केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्यूरो के क्षेत्र के अधीन लाया गया। इसी प्रकार, सन्1969 में बैंकों के राष्‍ट्रीयकरण के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और उनके कर्मचारी भी केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्‍यूरो के क्षेत्र के अधीन आ गए।

ये भी पढ़ें- राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म, लोकसभा स्पीकर का फैसला, वायनाड से सांसद थे, जानें पूरा मामला

Tags

Share this story