प्रियंका गांधी लड़की होकर लड़ पाएगी उत्तर प्रदेश की राजनीति?
'लड़की हूं लड़ सकती हूं' पोस्टर पर लिखा यह वाक्य प्रियंका गांधी को पूरे देश में सुर्खियों में ला दिया है। कांग्रेस ने उन्हें उत्तर प्रदेश जैसा बड़ा मैदान दे दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष और उनकी मां सोनिया गांधी व भाई राहुल गांधी उनकी चुनावी रणनीति में कोई हस्तक्षेप करते नहीं दिख रहे हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में चुनावी डंका बजा दिया है। कांग्रेस के लिए कहा जा सकता है कि "माना अंधेरा घना है, पर दिया जलाना कब मना है।" यह बात तो कांग्रेस प्रभारी भी समझ ही रही होंगी।
कांग्रेस ने पिछड़ी जाति के अजय कुमार लल्लू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। ब्राह्मण, दलित और मुस्लिम गठजोड़ के समीकरण से कभी ताकतवर रही कांग्रेस ब्राह्मणों या मुस्लिमों को प्रदेश अध्यक्षी नहीं सौंप रही। इन दोनों वर्गों को इसका मलाल भी है लेकिन जैसा कहा जाता है कि ब्राह्मणों का एक हिस्सा जो भारतीय जनता पार्टी से नाराज़ है, वह कहीं और ठौर तलाशने के बजाए कांग्रेस की ओर ही रुख करेगा।
प्रियंका गांधी ने चालीस फीसद टिकट महिलाओं को देने की घोषणा करके नायाब चाल चली है। महिलाओं के प्रति अपनी बेहद संवेदनशील और भावपूर्ण बातों से उन्होंने आधी आबादी के दिल में उतरने की कोशिश की है। उनकी यह रणनीति कितनी कारगर हो पाएगी, यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन फिलहाल उन्होंने सारी विपक्षी पार्टियों को "सांप-छछूंदर" वाली दशा में खड़ा कर दिया है।