प्रोफेसर का दावा: जनवरी में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर, जानिए कब होगा पीक
कोरोना (Corona) का रोना अभी समाप्त भी नहीं हुआ था कि इस वायरस के नए रूप ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) ने देश में दस्तक दी है. जिसके कारण लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें एक बार फिर से दिखने लगी हैं. क्योंकि भारत में अब तक इस वेरिंएट के चार मामले दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं अब एक प्रोफेसर का दावा है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट के कारण जनवरी के महीने में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) आ सकती है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसका पीक फरवरी में आने की उम्मीद है.
दैनिक भास्कर अखबार के मुताबिक आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने दावा करते हुए कहा है कि जनवरी के महीने में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. जो कि फरवरी तक पीक पर पहुंचने के आसार हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे में संक्रमण के रोजाना मामले डेढ़ लाख तक आ सकते हैं.
इस नए वेरिएंट से दोबारा संक्रमित होने के खतरों पर उन्होंने बताया है कि अभी तक एक स्टडी ही सामने आई है, जिसके मुताबिक पिछले तीन महीनों में फिर से संक्रमण होने की दर 3 गुना बढ़ी है. दक्षिण अफ्रीका में संक्रमित होने वाले सिर्फ 1 फीसदी लोग ही फिर से संक्रमित हुए हैं. हमारी स्टडी के अनुसार, ओमीक्रॉन नेचुरल इम्युनिटी को ज्यादा बाइपास कर रहा है, हालांकि इसका ज्यादा बुरा असर भी नहीं देखने को मिला है.
'लॉकडाउन के बदले सावधानी बढ़ाने की जरूरत'
इस दौरान ही लॉकडाउन लगाने की बात को लेकर उन्होंने कहा है कि सख्त लॉकडाउन के बदले सावधानी बढ़ाने की जरूरत है. लेकिन ज्यादा भीड़ वाले इलाकों में लॉकडाउन करें. फिर वह कहते हैं कि सरकार को प्रतिबंध लगाकर सख्त लॉकडाउन से बचना चाहिए. आपको बता दें कि WHO ने इससे पहले इस वेरिएंट को कहा था कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या नया वेरिएंट अधिक संक्रामक है या अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनता है.
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