लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार से मिले राहुल गांधी, पत्नी ने मुस्लिमों पर नफरत के बयान को बताया गलत

 
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार से मिले राहुल गांधी, पत्नी ने मुस्लिमों पर नफरत के बयान को बताया गलत

कांग्रेस नेता राहुल गांधी रविवार को हरियाणा के करनाल पहुंचे, जहां उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिजनों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया और दुख की इस घड़ी में उनके साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया।

हिमांशी ने सुनाई हमले की पूरी आपबीती

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी, जो हमले के वक्त उनके साथ थीं, ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दोनों पहलगाम से बाइसरन घूमने निकले थे और वहां दोपहर करीब 2 बजे पहुंचे। खाने के दौरान अचानक गोलियों की आवाज आई। हिमांशी ने विनय को चेताया, लेकिन तभी एक आतंकी ने कहा कि "ये मुसलमान नहीं है", और तीन गोलियां विनय को मार दीं।

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हिमांशी ने बताया कि कोई मदद के लिए तुरंत नहीं आया। पुलिस को पहुंचने में एक घंटे से ज्यादा लगा और विनय को अस्पताल पहुंचाने में भी देर हुई।


हम बदला नहीं, इंसाफ चाहते हैं: हिमांशी

हिमांशी ने कहा कि वे किसी भी धर्म या समुदाय के खिलाफ नफरत नहीं चाहतीं। उन्होंने मुस्लिम और कश्मीरी समुदायों के खिलाफ फैल रही नफरत पर आपत्ति जताते हुए कहा,

"हम सिर्फ न्याय चाहते हैं, न कि किसी के खिलाफ नफरत।"

उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि आतंकी चाहे किसी भी मजहब से हों, उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए।

देश सेवा का रास्ता भी अपनाऊंगी: हिमांशी

जब हिमांशी से पूछा गया कि क्या वे भी अपने पति की तरह देश सेवा के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहेंगी, तो उन्होंने ‘हां’ में जवाब दिया।

हरियाणा सरकार की मदद

हरियाणा सरकार ने अपने कैबिनेट मीटिंग में निर्णय लिया है कि शहीद विनय नरवाल के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।

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