दादी इंदिरा द्वारा लगाया गया 'आपातकाल' एक बड़ी गलती थी: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गया आपातकाल एक “गलती” थी. उन्होंने कहा कि उस दौरान जो भी हुआ वह “गलत”था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु के साथ हुई बातचीत में यह स्वीकार किया.
हालांकि, उन्होंने यह बात मौजूदा मोदी सरकार के संदर्भ में कही. राहुल ने कहा कि इमरजेंसी एक गलती थी, पर उस वक्त जो हुआ और आज जो देश में हो रहा है, दोनों में फर्क है. राहुल ने कहा कि 1975 से 77 के बीच 21 महीने के आपातकाल के दौरान जो कुछ भी हुआ वो ग़लत था.
कांग्रेस संवैधानिक ढांचे को नहीं हथियाती
साथ ही राहुल ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी कभी भी मौके पर भारत के संवैधानिक ढांचे को हथियाने की कोशिश नहीं करती है. हमारी पार्टी का ढांचा हमें इसकी इजाजत ही नहीं देता. अगर हम चाहे भी कि ऐसा कर दें तो हम नहीं कर सकते.'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने कभी भी संस्थानों का फायदा उठाने की कोशिश नहीं की. वर्तमान सरकार भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रही है. हर संस्था की स्वतंत्रता पर हमला किया जा रहा है. RSS हर जगह घुसपैठ कर रहा है. कोर्ट, इलेक्शन कमीशन जैसी स्वतंत्र संस्थाओं पर एक ही आइडियोलॉजी के लोगों का कब्जा है. मीडिया से लेकर कोर्ट तक को निशाना बनाया जा रहा है.'
भाजपा से आंतरिक लोकतंत्र पर कोई सवाल नहीं करता
राहुल बोले, 'मैं पहला आदमी था, जिसने कहा कि पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक चुनावों को बेहद जरूरी बताया था, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि ये सवाल किसी भी दूसरी पार्टी से नहीं पूछा जाता है. कोई नहीं पूछता है कि भाजपा, बसपा और समाजवादी पार्टी में आतंरिक लोकतंत्र क्यों नहीं है, लेकिन कांग्रेस से ये सवाल होता है और इसके पीछे वजह है. हम विचारधारा वाली पार्टी हैं और हमारी विचारधारा देश के संविधान की विचारधारा है. ऐसे में हमारे लिए लोकतांत्रिक रहना बेहद जरूरी है.'
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