Jhansi Medical College Fire:10 बच्चों की मौत, 16 घायल

 
Jhansi Medical College Fire: 10 बच्चों की मौत, 16 घायल

Jhansi Medical College Fire: झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में 15 नवम्बर, 2024 की रात एक दर्दनाक घटना घटी, जब एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) में आग लग गई। इस हादसे में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य घायल हो गए। जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारियों और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने तुरंत हस्तक्षेप किया और घटना की जांच शुरू कर दी है।

घटना: एनआईसीयू में आग लगना

रात करीब 10:45 बजे एनआईसीयू में आग लगी, जिसमें 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे। जिला अधिकारियों के अनुसार, एनआईसीयू के आंतरिक हिस्से में करीब 30 बच्चों को बचा लिया गया, जबकि बाहरी हिस्से में भर्ती बच्चों को भी सुरक्षित कर लिया गया। लेकिन 10 बच्चों की मौत हो गई। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि जांच अभी जारी है।

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तत्काल राहत और बचाव कार्य

झांसी पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत घटनास्थल पर भेजी गईं। अतिरिक्त जिलाधिकारी अविनाश कुमार सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और चिकित्सा टीम ने घायल बच्चों को बचाने के लिए दिन-रात मेहनत की। जिला प्रशासन अब घायल बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और राहत कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री का प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और घायलों के लिए उचित चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने एक उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया और अधिकारियों को 12 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा। मुख्यमंत्री ने राहत कार्य में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

उच्चस्तरीय जांच और अपडेट

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जो मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर झांसी पहुंचे, ने घटना की जांच के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर लापरवाही पाई जाती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की है कि जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस और मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट

पुलिस के मुताबिक, 16 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है। कुछ माता-पिता अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। अधिकारियों ने आग की घटना में प्रभावित बच्चों की सही संख्या और उनकी वर्तमान स्थिति की पुष्टि करने के लिए काम शुरू किया है।

एनआईसीयू में घटना के समय 52 से 54 बच्चे भर्ती थे। जिनमें से 10 बच्चों की मौत हो गई, 16 का इलाज चल रहा है, जबकि अन्य बच्चों की स्थिति की पुष्टि की जा रही है।

परिवारों और समुदाय पर असर

इस घटना ने पूरे समुदाय को शोक में डुबो दिया है और प्रभावित परिवारों को मानसिक और वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पीड़ित परिवारों को सभी संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।

जैसे-जैसे जांच जारी है, अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि आग की घटना की पूरी जानकारी सामने आ सके और भविष्य में ऐसी किसी भी त्रासदी को टाला जा सके।
 

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