UBIT Coin Scam: ‘आसान कमाई’ - हज़ारों लोगों के लिए डरावना सपना

 
UBIT Coin Scam: ‘आसान कमाई’ - हज़ारों लोगों के लिए डरावना सपना

साल 2024 की शुरुआत थी। तेलंगाना के छोटे-छोटे कस्बों—निरमल और आदिलाबाद—में अचानक एक नई चर्चा उठी। लोग आपस में धीमी आवाज़ में कहते—“UBIT Coin में पैसा लगाओ, रोज़ कमाई होगी, कुछ ही महीनों में तीन गुना रिटर्न मिलेगा।” क्रिप्टोकरेंसी का नाम सुनते ही आम आदमी को लगता था कि यह कोई आधुनिक, अंतरराष्ट्रीय और भरोसेमंद योजना होगी। लेकिन कुछ ही महीनों बाद यह सपना हज़ारों परिवारों के लिए दुःस्वप्न साबित हुआ।

‘गारंटी’ वाला सपना

UBIT Coin की सबसे बड़ी ताक़त उसका वादा था। लोगों से कहा गया—“रोज़ाना स्टेकिंग इनकम मिलेगी, और कुछ महीनों में तीन गुना पैसा लौटेगा।”
छोटे शहरों के शिक्षक, दुकानदार, नौकरीपेशा लोग, यहाँ तक कि सरकारी कर्मचारी भी इस लालच में आ गए। कईयों ने अपनी बचत लगाई, तो कुछ ने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी शामिल कर लिया।

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क्योंकि योजना को आगे बढ़ाने का असली खेल था—भर्ती करना।
आप जितने लोगों को जोड़ेंगे, उतना कमीशन और बोनस मिलेगा। शुरूआती दिनों में पैसों का आना-जाना भी तेज़ रहा। लोगों ने मुनाफ़ा देखा और भरोसा और बढ़ गया। गाँवों और कस्बों में माहौल बन गया कि यह कोई “भरोसेमंद” स्कीम है।

जब शिक्षक और फौजी बने प्रचारक

  • UBIT Coin को फैलाने का काम उन लोगों ने किया, जिन पर समाज सबसे ज़्यादा भरोसा करता है।
  • निरमल ज़िले में सरकारी स्कूलों के शिक्षक खुलेआम इस योजना को प्रमोट करने लगे।
  • एक पूर्व सैनिक और यहाँ तक कि एक पुलिस कॉन्स्टेबल तक इसमें शामिल पाए गए।

जब आम लोग देखते कि उनके अपने शिक्षक या पड़ोस का फौजी इसमें पैसा लगा रहे हैं, तो उनका भरोसा और बढ़ जाता। लोग सोचते—“अगर ये लोग कर रहे हैं तो इसमें कोई धोखा नहीं हो सकता।”

वॉलेट, ऐप्स और नक़ली तकनीक

प्रचारक बताते—“MetaMask डाउनलोड करो, उसमें अकाउंट बनाओ और UBIT Coin में पैसा डालो। फिर देखो कैसे रोज़-रोज़ पैसा आएगा।”
लोग तकनीकी बातें समझे बिना निर्देशों का पालन करते गए। कभी-कभी कॉइन का नाम भी बदलता—Unitimeta, UVC, UVCX, MMMC। हर बार लोगों को यह समझाया जाता कि यह एक “अपग्रेड” है। हकीकत में, यह सिर्फ़ निवेशकों को उलझाने और वादों को लंबा खींचने का तरीका था।

मुनाफ़ा बंद और घबराहट शुरू

कुछ ही महीनों में पैसों का आना बंद हो गया।
व्हाट्सऐप ग्रुप्स में शोर मचने लगा—“आज भुगतान क्यों नहीं आया?”, “मेरा स्टेकिंग इनकम क्यों रुका?”
प्रमोटरों के पास तैयार जवाब थे—“नेटवर्क में दिक्कत है”, “नियम बदल गए हैं”, “सिस्टम अपग्रेड हो रहा है।”
धीरे-धीरे बहाने बढ़ते गए और मुनाफ़ा पूरी तरह रुक गया। तब जाकर लोगों को समझ आया कि उनका पैसा कहीं और जा चुका है।

पुलिस की कार्रवाई

  • सितंबर 2024 में मामला फूटा।
  • निरमल ज़िले में पाँच लोगों की गिरफ्तारी हुई। इनमें एक पूर्व सैनिक, एक आबकारी विभाग का सब-इंस्पेक्टर और एक पुलिस कॉन्स्टेबल शामिल थे।
  • पुलिस ने बताया कि लगभग ₹50 करोड़ का घोटाला हुआ है और करीब 5,000 लोग इसमें फँसे हैं।
  • कुछ दिनों बाद तीन सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी गिरफ़्तार किए गए। शिक्षा विभाग ने तुरंत उन्हें निलंबित कर दिया।
  • पुलिस ने बैंक खातों को सील किया, दस्तावेज़ और डिजिटल सबूत ज़ब्त किए और पीड़ितों से अपील की कि वे सामने आएं और शिकायत दर्ज कराएं।

विश्वास का टूटना

यह सिर्फ़ पैसों का नुकसान नहीं था।
गाँव-गाँव में लोग कह रहे थे—“मैंने अपने ही मास्टर साहब की बात मानकर पैसा लगाया था।”
परिवारों में झगड़े शुरू हो गए। किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिए बचत गंवाई, तो किसी ने घर बनाने का सपना।
क्रिप्टोकरेंसी, जिसे लोग आधुनिक निवेश मानते थे, अचानक “धोखे का दूसरा नाम” लगने लगी।

UBIT से सबक

  • UBIT Coin Scam ने कुछ बड़े सबक छोड़े:
  • गारंटी वाला रिटर्न झूठ होता है। असली निवेश कभी तयशुदा मुनाफ़ा नहीं देता।
  • भर्ती से मुनाफ़ा आना पोंजी स्कीम का संकेत है।
  • नक़ली ऐप और नकद लेन-देन असली ठगी की पहचान है।
  • विश्वासपात्र चेहरे भी ठगों के मोहरे बन सकते हैं। जब शिक्षक और सरकारी कर्मचारी जैसे लोग शामिल हों, तो लोग जल्दी भरोसा कर लेते हैं।

नाम बदलना ठगी की पुरानी चाल है। अगर UBIT बंद हुआ तो वही लोग किसी और नाम से नई योजना लाकर लोगों को फँसा सकते हैं।

अंतिम कहानी: टूटे सपने, बिखरे घर

आज भी कई पीड़ित अपने पैसे की उम्मीद लगाए बैठे हैं। कुछ को आंशिक रकम लौटी, लेकिन ज़्यादातर अब भी खाली हाथ हैं।
गाँवों में लोग कहते हैं—“UBIT Coin ने हमें सिर्फ़ पैसा नहीं, भरोसा भी छीन लिया।”

यह घोटाला सिर्फ़ एक जिले या राज्य की कहानी नहीं है। यह चेतावनी है कि जब भी कोई निवेश बिना जोखिम के तगड़े मुनाफ़े का दावा करे, तो सतर्क हो जाएं। आसान कमाई का सपना अक्सर सबसे महँगा साबित होता है।

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