UP ELECTION: जब 2017 में उत्तर प्रदेश के चुनाव में ज्योतिष की एक भविष्यवाणी से नाराज हो गए थे मनोज सिन्हा
मनोज सिन्हा! यह नाम याद है? जब उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आ गई थी। तब सबसे बड़ा सवाल था कौन होगा मुख्यमंत्री? इस नाम में योगी आदित्यनाथ से भी ज्यादा प्रसिद्ध कोई नाम था तो वह था मनोज सिन्हा का।
किस्सा उसी मुख्यमंत्री बनने के दौरान का है। चुनाव का परिणाम आ चुका था। पूरा देश और प्रदेश अपने नए मुख्यमंत्री के चेहरे को देखने के लिए बेताब था। आज भले ही सत्तारूढ़ बीजेपी सीएम योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। लेकिन पिछले चुनाव में ऐसा माजरा नहीं था। 2017 में बीजेपी के पास सूबे में कोई बड़ा कोई चेहरा नहीं था।
पीएम मोदी के चेहरे पर बीजेपी ने 300 से ज्यादा सीटें हासिल की थी और फिर जंग शुरू हुआ मुख्यमंत्री के तलाश का। मनोज सिन्हा गाजीपुर से सांसद थे और अपनी शांत छवि के लिए पहचाने जाते थे। उनका भी नाम मुख्यमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे आ रहा था। इसी दौरान मनोज सिन्हा ने अपने पुराने ज्योतिष को फोन लगाया और जानना चाहा कि आगे क्या समीकरण बन सकते हैं।
ज्योतिष ने थोड़ा वक्त मांगा। फिर थोड़ी देर बाद फोन बजता है और मनोज सिन्हा को दूसरी तरफ से आवाज़ आती है- साहब, अभी कुछ लग नहीं रहा है। मनोज सिन्हा इस बात से काफी नाराज़ हो गए और गुस्से में फोन रख दिया था। लेकिन ज्योतिषी सही थे। सर्वे में सबसे आगे योगी आदित्यनाथ का नाम सामने आया था।
योगी करीब 48 प्रतिशत लोगों की पसंद थे। दूसरे नंबर पर 38 प्रतिशत लोगों के पसंद के साथ केशव प्रसाद मौर्य थे जबकि मनोज सिन्हा को सिर्फ 4 प्रतिशत लोग यूपी में मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते थे।