UP News: राकेश टिकैत ने भारतीय किसान यूनियन कार्यशाला में दिया बड़ा बयान 

 
Rakesh Tikait

भारतीय किसान यूनियन संगठन को विस्तार देने के लिए कल दोपहर मुज़फ्फरनगर के पुरकाजी में भारतीय किसान यूनियन ने एक कार्यशाला का आयोजन किया  जिसमे उत्तरखंड और उत्तर प्रदेश से के कई जनपदों ने आये भाकियू पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का मुख्य उद्देष्य कृषि और किसान समस्याओ से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुए भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया की आपसी विवाद और अन्य किसी मुद्दे को लेकर बिना वजह कोई धरना प्रदर्शन नहीं किया जायेगा। 

इस मोके पर राक्लेश टिकैत ने कहा की "देखिये आज हमारे संगठन के जो सीनियर लीडर है जैसे ब्लॉक अध्यक्ष ,नगर अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष जो है उन्हें आज एक बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था। लगभग यहाँ आये 500 कार्यकर्ताओं को परिशिक्षण दिया गया की आगे कैसे आंदोलन किया जाये अगर कंही धरना प्रदर्शन करना पड़े तो कैसे किया जाये और किस से बात करे। ये नहीं की कोई भी आया और धरना प्रदर्शन करने लगे जैसे किसी कार्यकर्त्ता के भाई का झगड़ा गांव के किसी आदमी से डोल को लेकर है और हम धरने पर बैठ जाये। इस लिए अब आगे इस तरह के काम अब नहीं चलेंगे। आपका गांव का मामला है तो उसे गांव में ही निपटाए। संगठन का मामला है या सरकार का कोई मामला है तो उस मुद्दे पर धरना प्रदर्शन किया जाये। ये नहीं की कोई भी आया और कहने लगे की लो जी कर दिया धरना प्रदर्शन।"

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"अधिकारी बाद में पूछते है की किस बात को लेकर धरना प्रदर्शन है और हम ये कहे की पता नहीं जी किस बात पर है। आपस में झगड़ा हो गया किसी का और धरना शुरू कर दिया। दोनों पक्ष अपने होते है या तो जहा झगड़ा हुआ है तो वंही पर समझौता कराया जाये और जो भी नजदीक के पदाधिकारी है उन्हें इस बात की जानकारी दी जाये। गलत मामलो में हम कोई सिफारिस नहीं करेंगे। चाहे कोई संगठन का ही आदमी क्यों ना हो। संगठन को हर मामले में ना घसीटा जाये। एम एस पी पर गारंटी कानून की जरुरत है जिसके लिए देश भर में एक बड़े आंदोलन की भी जरुरत है। अपने संगठन को कैसे मजबूत किया जाये इस लिए आज कार्यशाला का आयोजन किया गया है।"

"हमने भाजपा विधायक नन्द किशोर गुज्जर के बयान पर सरकार को एक पत्र लिखा है की ये चुना हुआ एक जनप्रतिनिधि है नंदू लोनिया सरकार उससे पूछे की उसने ऐसा बयान क्यों दिया है। प्रधानमंत्री ने जो पांच साल के लिए राशन फ्री किया है क्या पांच साल बाद गरीब ख़त्म हो जायेंगे। या फिर ये वोट का राशन है। जिनको गरीब बताकर राशन बांटा जा रहा है वो ही बता सकते है की ये राशन क्यों बांटा जा रहा है। ये देश और भी गरीब होगा इसे लेवर कंट्री बनाया जा रहा है जैसे बिहार लेवर स्टेट बना है उसी तरह ये पूरा देश लेवर कंट्री बनने जा रहा है।"


"2047 तक ये देश लेवर कंट्री बन जायेगा। सरकार की 2047 तक ये पॉलिसी है की किसान की जमीन जाएगी फसलों के दाम नहीं मिलेंगे। क्या कर्जा लेकर घर चलाएंगे ? हमें तो फसल बेचकर घर चलाना है इस लिए लोगो को संगठित रहना होगा। लोग आंदोलन कहा कर रहे है और क्यों कर रहे है इस बात का ध्यान रखे। पूरी दुनिया में किसानो की जमीन लेकर वंहा इंडस्ट्रीज खोल दी गयी है और ये कहा जा रहा है   आपको सस्ती लेकर देंगे। इस लिए हम इस देश को लेवर कंट्री नहीं बनने देंगे। ये देश कृषि प्रधान देश है और यही रहेगा।"

भारतीय किसान यूनियन ने संगठन को विस्तार देने के लिए पहली बार भाकियू ने रविवार दोपहर मुज़फ्फरनगर के पुरकाजी में पदाधिकारियों की कार्यशालाओं के आयोजन की पहल की है। इन कार्यशालाओं के माध्यम से भाकियू ने गांव स्तर पर ग्राम समिति बनाने, ट्रैक्टर प्रमुख बनाने, सक्रिय सदस्यता अभियान चलाने के साथ कृषि विशेषज्ञों के माध्यम से किसानों के हक और खेती संकट से निपटने के उपाय बतान का बीड़ा उठाया है। पुरकाजी में आयोजित इस पहली कार्यशाला में गढ़वाल और सहारनपुर मंडल के पदाधिकारियों को बुलाया गया। कार्यशाला में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पदाधिकारियों को संगठन की मजबूती के गुर सिखाए। 

उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वह संगठन की मजबूती के लिए ग्राम स्तर पर काम करने का तरीका सीखें। ग्राम समिति बनाकर उनकी समस्याओं को प्रशासनिक स्तर पर हल कराने का प्रयास करें। ट्रैक्टर प्रमुख बनाएं और उनका संबंधित लेखा-जोखा मुख्यालय को भेजें ताकि समय पड़ने पर ट्रैक्टर मार्च के माध्यम से आंदोलन को सफल बनाया जा सके। उन्होंने उनके अलग से आईकार्ड बनाने की भी बात की। साथ ही हिदायत भी दी कि कोई असामाजिक तत्व या गलत कामों में लिप्त व्यक्ति को ट्रैक्टर प्रमुख या सक्रिय सदस्य न बनाएं। पदाधिकारी एक दूसरे के गांव में रात्रि विश्राम का भी आयोजन करें और किसान परिवारों को उनके हक और कर्तव्यों से अवगत कराएं।


चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि "हर पदाधिकारी कम से कम 25 सक्रिय सदस्य बनाए और उसकी जानकारी का रजिस्टर जिला मुख्यालय को अवश्य दे। साथ ही गांव के युवाओं को यूनियन की नीतियों और युवाओं को उनके अधिकार के बारे में भी जागरूक करें। युवा किसान देश की रीढ़ है और यूनियन की ऊर्जा भी। युवाओं को आगे लाने के लिए उनका प्रोत्साहन जरूरी है।"

राकेश टिकैत ने कार्यक्रम में  घोषणा करते हुए कहा की "प्रयागराज में 15 से 17 जनवरी को होने वाले किसान कुंभ से पहले प्रदेश के सभी मंडलों में कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। गांव-गांव से उनकी समस्याओं को इकट्ठा किया जाएगा और प्रदेश के साथ ही केंद्र सरकार से उन समस्याओं को हल कराने का हरसंभव प्रयास होगा।" उन्होंने पदाधिकारियों को अनुशासन का भी पाठ पढ़ाया।

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