यूपी पुलिस में बड़ा बदलाव: DGP राजीव कृष्णा ने तय की 10 प्राथमिकताएं, हर बिंदु पर बनी अलग टीम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी राजीव कृष्ण ने कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाने के लिए 10 प्रमुख प्राथमिकताओं का रोडमैप जारी किया है। इस योजना के तहत प्रत्येक प्राथमिकता पर दो-दो अधिकारियों की नियुक्ति की गई है—एक मुख्यालय स्तर पर और एक फील्ड स्तर पर। इन अधिकारियों को 30 दिनों के भीतर प्राथमिकताओं के आधार पर काम करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
क्या है 10 प्राथमिकताओं का फोकस?
राज्यभर में अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम से निपटने, पुलिस सेवाओं में सुधार, और टेक्नोलॉजी व एआई (Artificial Intelligence) के प्रयोग जैसे बिंदुओं को प्राथमिकता दी गई है।
डीजीपी के अनुसार यह रोडमैप उत्तर प्रदेश पुलिस को देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस बलों में शामिल करने की दिशा में अहम कदम है।
ये हैं डीजीपी की 10 प्राथमिकताएं:
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अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
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महिलाओं का सशक्तिकरण और सुरक्षा
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साइबर अपराधों से मुकाबला
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कानून और व्यवस्था बनाए रखना
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बेहतर पुलिस सेवाएं
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पुलिस कल्याण
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प्रतिभा और विशेषज्ञता का उपयोग
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टेक्नोलॉजी और एआई का पुलिसिंग में प्रयोग
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प्रशिक्षण
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जनशिकायतों का त्वरित निवारण
हर प्राथमिकता पर गठित की गई टीम
प्रत्येक प्राथमिकता के लिए मुख्यालय और ज़मीनी स्तर पर एक-एक वरिष्ठ अधिकारी की टीम गठित की गई है। जैसे अपराध नियंत्रण के लिए लखनऊ ज़ोन में श्री एचसी अवस्थी और वाराणसी ज़ोन में श्री पीयूष श्रीवास्तव को जिम्मेदारी दी गई है।
टेक्नोलॉजी और एआई पर विशेष फोकस
प्राथमिकता नंबर 8 यानी "प्रौद्योगिकी और एआई का विभिन्न प्राथमिकताओं व पुलिसिंग में प्रयोग" पर विशेष ज़ोर दिया गया है। इसके लिए मुख्यालय स्तर पर नवीन अरोरा, अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं) और फील्ड स्तर पर अखिल कुमार, पुलिस कमिश्नर कानपुर को नियुक्त किया गया है।
AI और तकनीकी टूल्स का उपयोग करके पुलिसिंग को और स्मार्ट, तेज़ और सटीक बनाने की तैयारी की जा रही है।
30 दिन की समय सीमा
हर टीम को 30 दिन की समयसीमा दी गई है जिसमें उन्हें अपनी प्राथमिकता क्षेत्र में बदलाव या सुधार की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। डीजीपी ने स्पष्ट कहा है कि फील्ड में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर कानपुर को मिली अहम जिम्मेदारी
पुलिस कमिश्नर कानपुर अखिल कुमार को सबसे टेक्निकल बिंदु यानी एआई के उपयोग पर ज़मीनी स्तर पर ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। यह जिम्मेदारी उनके अनुभव और टेक्निकल समझ को देखते हुए दी गई है।
रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। डीजीपी ने स्पष्ट कहा है कि फील्ड में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर कानपुर को मिली अहम जिम्मेदारी
पुलिस कमिश्नर कानपुर अखिल कुमार को सबसे टेक्निकल बिंदु यानी एआई के उपयोग पर ज़मीनी स्तर पर ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। यह जिम्मेदारी उनके अनुभव और टेक्निकल समझ को देखते हुए दी गई है।