UP Breaking: यूपी एसटीएफ ने मेरठ में गैंगस्टर अनिल दुजाना को किया ढेर, दर्ज हैं 50 केस

उत्तर प्रदेश में एक बड़ी खबर सामने आ रही है. मुठभेड़ में यूपी एसटीएफ (UP ATS) ने आज यानि बृहस्पतिवार को गैंगस्टर अनिल दुजाना (Anil Dujana) को मेरठ में मार गिराया है. पिछले कई दिनों से यह अनिल फरार चल रहा था जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी. अनिल दुजाना पर यूपी समेत अन्य राज्यों में लगभग 50 हत्या, रंगदारी, फिरौती आदि के केस दर्ज हैं.
करीब एक सप्ताह पहले अनिल जेल से रिहा हुआ था. जेल से बाहर आते ही अनिल दुजाना ने जयचंद प्रधान मर्डर केस में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को जान से मारने की धमकी दी थी जिसके बाद उच्च अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में 2 मुकदमे दर्ज किए. बता दें कि अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में आतंक का पर्याय माना जाता था.
अनिल मुजफ्फरनगर में छपार के खाद व्यापारी राजीव त्यागी की हत्या के मामले में आरोपी है, यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है और 11 मई को सुनवाई होनी है. बतातें कि अनिल ने अपना एक अलग ही दबदबा बना रहा था जिसकी वजह से लोग गवाही देने से भी डरते थे.
लखनऊ से स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर, प्रशांत कुमार ने बताया है कि 'आज STF और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ गैंगस्टर अनिल दुजाना घायल हुआ जिसकी बाद में मृत्यु हो गई. वह चार पहिया गाड़ी में यात्रा कर रहा था, इसके पास से एक 32 की पिस्टल, एक 30 की पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं'.
कौन है अनिल दुजाना?
अनिल दुजाना बादलपुर के दुजाना गांव का रहने वाला है. यह गांव किसी समय में कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से जाना जाता था. सत्तर-अस्सी के दशक में सुंदर का दिल्ली NCR में खौफ था. पुलिस रिकॉर्ड में साल 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में अनिल के खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या पहला केस दर्ज हुआ था. बता दें कि मुजफ्फरनगर के रोहाना में भी एक हत्या के मामले में वह शामिल रहा था. अनिल ने इंदिरा गांधी को भी जान से मारने की धमकी दी थी.
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