गुरुग्राम में फिर हंगामा - अब सड़क पर नमाज़ की जगह ग्रामीणों ने 26/11 के शहीदो को हवन कर दी श्रद्धांजलि
कुछ हफ़्तों पहले ही गुरुग्राम के सेक्टर- 37 से यह खबर सामने आयी थी कि बीच सड़क पर ग्रामीणों के घर के सामने मुस्लिम समुदाय के लोग हर शुक्रवार को नमाज़ पढ़ने के लिए बैठ जाया करते थे। जिससे सड़क पर आने-जाने में आम लोगों को काफ़ी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता था। जिससे ग़ुस्साए ग्रामीणों ने बीच सड़क पर नमाज़ पढ़ने का खूब विरोध किया था। मामले ने तूल पकड़ लिया और बाद में मुस्लिम समुदाय को ऑर्डर दिया गया की अब आप सड़क के बीच में बैठ कर नमाज़ नही पढ़ सकते।
जिसके बाद गोवर्धन पूजा वाले दिन स्थानीय लोगों ने उसी सड़क पर जहां कभी नमाज़ अदा की जाती थी वहा गोवर्धन महाराज की पूजा करी थी। जिसमें दिल्ली भाजपा नेता कपिल मिश्रा भी शामिल हुए थे। हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज की जगहों को लेकर विवाद जारी है। इस शुक्रवार को भी ये विवाद जारी रहा। स्थानीय लोगों ने सेक्टर 37 पुलिस स्टेशन के पास के नमाज स्थल पर जा कर हवन किया।गुरुग्राम के मोहम्मदपुर झारसा, खांडसा, नरसिंहपुर और खटोला के गांवों के स्थानीय लोगों यहां हवन किया।
लोगों ने कहा कि यह कार्यक्रम मुंबई आतंकी हमलों की 13वीं बरसी पर 26/11 के शहीदों की याद में आयोजित किया गया है। हवन से पहले स्थानीय लोगों ने उपायुक्त कार्यालय को एक ज्ञापन दिया था कि वो लोग विरोध करने जा रहे हैं, जिसके बाद मैदान के पास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। शुक्रवार को दोपहर के समय 100 से अधिक लोग आए। हवन के आयोजकों में शामिल खांडसा गांव के एक व्यवसायी अवनीश राघव ने इस मामले पर कहा कि उन लोगों की तरफ से प्रशासन से किसी से सीधे बात नहीं की है।
उनके गांव की ग्राम पंचायत के कुछ लोगों ने डीसी को ज्ञापन दिया था। उन्होंने कहा- हमने मुंबई आतंकी हमलों में शहीद हुए शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां हवन करने का फैसला किया। हम इसे हर साल करते हैं। इससे पहले, हमने अन्य गांवों में – मोहम्मदपुर और नरसिंहपुर में पूजा करते थे। अब, हम इसे यहां खांडसा में कर रहे हैं। हमने इस जगह को इसलिए चुना क्योंकि हमारे पास इस गांव में कहीं और जगह नहीं है। इसका नमाज से कोई लेना-देना नहीं है”।
आगे राघव ने कहा कि यह क्षेत्र एक औद्योगिक केंद्र है। लोगों को यहां सड़कों पर नमाज नहीं पढ़नी चाहिए। यहां कई बार अपराध की घटनाएं हो चुकी हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यहां आने वाले सभी असामाजिक तत्व हैं, लेकिन इसकी जांच होनी चाहिए।इसके अलावा इस प्रदर्शनकारियों के समूह में भारत माता वाहिनी के अध्यक्ष दिनेश भारती भी शामिल थे। भारती पहले सेक्टर 47 में जुमे की नमाज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर चुके हैं।
शुरुआत में, मुस्लिम समुदाय का एक समूह जो मैदान के पास नमाज के लिए इकट्ठा हुआ था, बिना नमाज पढ़े ही निकलने लगा। हालांकि, मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष शहजाद खान के नेतृत्व में लगभग 25 लोगों के एक समूह ने आखिर में जहां हवन समारोह आयोजित किया गया था, वहां से कुछ मीटर की दूरी पर नमाज अदा की।
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