उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव के लिए ये तीन आईएएस अधिकारी हैं सबसे मजबूत उम्मीदवार

 
उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव के लिए ये तीन आईएएस अधिकारी हैं सबसे मजबूत उम्मीदवार

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव (Chief Secretary) मनोज कुमार सिंह का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है, और उनके उत्तराधिकारी के चयन को लेकर प्रशासन और राजनीति में चर्चा जोरों पर है। मनोज कुमार सिंह, जिन्होंने लंबे समय तक उत्तर प्रदेश सरकार के प्रशासनिक तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, अब 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। राज्य सरकार ने उनके सेवा विस्तार के लिए केंद्र सरकार से एक प्रस्ताव भेजा है, और अगर यह प्रस्ताव स्वीकृत होता है, तो उनका कार्यकाल छह महीने और बढ़ सकता है। हालांकि, अगर सेवा विस्तार नहीं मिलता, तो राज्य सरकार को नया मुख्य सचिव नियुक्त करना होगा।

इस समय तीन प्रमुख आईएएस अधिकारियों के नाम चर्चा में हैं जो मुख्य सचिव पद के लिए संभावित उम्मीदवार माने जा रहे हैं। इन अधिकारियों में सबसे प्रमुख नाम एसपी गोयल का है। एसपी गोयल, जो 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। उनके प्रशासनिक अनुभव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करीबी संबंधों के कारण उन्हें इस पद के लिए सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। गोयल ने कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक मामलों में मुख्यमंत्री के साथ मिलकर काम किया है और उनकी कार्यशैली को सटीक और प्रभावी माना जाता है।

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दीपक कुमार, जो 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, का नाम भी मुख्य सचिव के पद के लिए लिया जा रहा है। हालांकि, उनकी चर्चा एसपी गोयल के मुकाबले कम है, लेकिन उनकी प्रशासनिक क्षमता और कार्यशैली की सराहना की जाती है। दीपक कुमार का प्रशासनिक दृष्टिकोण प्रभावी और कुशल रहा है, और उनके नाम को लेकर कई लोगों का कहना है कि वे इस पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं।

तीसरे नाम के रूप में देवेश चतुर्वेदी का नाम भी सामने आया है। वे एक योग्य और प्रभावी अधिकारी माने जाते हैं, जिन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारियां निभाई हैं। हालांकि एसपी गोयल और दीपक कुमार की तुलना में देवेश चतुर्वेदी का नाम उतना चर्चित नहीं है, फिर भी उनके प्रशासनिक निर्णयों की दिशा और कार्यशैली को लेकर सकारात्मक समीक्षाएं रही हैं।

इस समय, जब उत्तर प्रदेश सरकार में कई बड़े सुधार और योजनाएं लागू की जा रही हैं, एक कुशल और अनुभवी अधिकारी की आवश्यकता है जो इन योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू कर सके। इस लिहाज से एसपी गोयल और दीपक कुमार सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं, हालांकि देवेश चतुर्वेदी और मनोज कुमार सिंह के बीच की स्थिति भी बदलाव ला सकती है।

यह स्पष्ट है कि चाहे मनोज कुमार सिंह का कार्यकाल बढ़े या नहीं, आगामी मुख्य सचिव को राज्य के विकास कार्यों की दिशा तय करने और महत्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णय लेने में अहम भूमिका निभानी होगी।

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