'सितंबर तक बच्चों के लिए उपलब्ध हो सकती वैक्सीन': एम्स प्रमुख का दावा

कोविड की तीसरी लहर (Covid Third Wave) से बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका के बीच एक राहत भरी खबर आई है. दरअसल एम्स प्रमुख डॉ.रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने शनिवार को कहा है कि भारत में बच्चों का कोविड वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) सितंबर 2021 से शुरू हो सकता है.
एम्स निदेशक ने बताया कि बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सिन परीक्षण चल रहे हैं और नतीजे सितंबर तक जारी होने की उम्मीद है. वहीं फाइजर वैक्सीन को पहले ही FDA का अप्रूवल मिल चुका है. उम्मीद है कि सितंबर तक हमें बच्चों का टीकाकरण शुरू कर देना चाहिए.
जायडस कैडिला को DCGI की मंजूरी का इंतजार
जायडस कैडिला ने 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए अपना परीक्षण समाप्त कर दिया है. बतादें, अहमदाबाद स्थित दवा फर्म ने 1 जुलाई को ZyCoV-D के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी का अनुरोध किया था. हालांकि, सूत्रों के अनुसार, देश के भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा इसे आपातकालीन उपयोग की अनुमति देने में कुछ दिन और लगेंगे. यह कोरोना वायरस के खिलाफ एक प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन है और इस टीके की तीन खुराकें होंगी.
कई देशों में बच्चों की वैक्सीन को मंजूरी
भारत में अब तक वयस्कों को 42 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज दिए जा चुके हैं. अब तक देश में करीब 6 प्रतिशत आबादी को ही कोरोना की वैक्सीन लगी है. सरकार ने इस साल के अंत तक सभी वयस्कों को कोरोना वैक्सीन देने का बड़ा लक्ष्य रखा है. इसके लिए करीब हर दिन 1 करोड़ वैक्सीन डोज लगानी होंगी. फिलहाल हर दिन 40 से 50 लाख के बीच कोरोना टीके दिए जा रहे हैं, लेकिन सप्ताहांत के दिनों में संख्या और घट जाती है.
सरकार का उद्देश्य है कि 2021 के अंत तक सभी 18 वर्ष से ऊपर के नागरिकों को कोरोना वैक्सीन की डोज दे दी जाए. हालांकि देश में बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है. तीसरी लहर के जोखिम को देखते हुए बच्चों में टीका लगाने के लिए कई देशों ने आपातकालीन मंजूरी दे दी है लेकिन भारत में अब तक बच्चों के लिए किसी भी वैक्सीन को मंजूरी नहीं मिली है.
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