विजय हजारे ट्रॉफी: इस गेंदबाज ने एकबार फिर बल्ले से दिखाया जलवा, ताबड़तोड़ 92 रन बनाकर किया धमाकेदार प्रदर्शन
विजय हजारे ट्रॉफी: घरेलु टूर्नामेंट विजय हजारे ट्राफी में मौजूदा भारतीय सीनियर टीम से बाहर चल रहे खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है. पहले पृथ्वी शॉ ने दोहरा शतक जड़कर सुर्खिया बटोरी और अब उन्हीं के मुंबई टीम से एक और खिलाड़ी ने कमाल किया है. आज तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने बल्ले से एकबार फिर अपनी काबिलियत दिखाई है. उन्होंने विजय हजारे ट्राफी में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ पांचवें दौर के मुकाबले में अपना पहला लिस्ट A का अर्धशतक पूरा किया है.
शार्दुल ठाकुर ने मुंबई की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए धमाकेदार 92 रन बनाए हैं. सिर्फ 57 गेंदों पर 92 रन ठोककर ठाकुर ने अपने पहले लिस्ट A अर्धशतकीय पारी को स्टाइलिश और यादगार पारी बना दिया है. छह छक्कों और इतने ही चौकों से सजी उनकी पारी ने मुंबई को 9 विकेट पर 321 रनों तक पंहुचाया.
शार्दुल ने महज 39 गेंदों पर 50 रन बनाए और विपक्षी टीम के गेंदबाजों के सिर के ऊपर से छक्के और मिड विकेट के ऊपर से छक्के उड़ाते हुए दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. ठाकुर ने अपने पचास रनों के बाद गियर बदल कर अगले 42 रन सिर्फ 18 गेंदों में ठोक डाले. इस मैच से पहले ठाकुर का लिस्ट A करियर में बल्लेबाजी औसत केवल 13.58 का था।
एक समय मुंबई की टीम हिमाचल के खिलाफ 148 रनों पर पांच विकेट गंवाकर संकट में दिख रही थी, लेकिन शार्दुल की इस पारी ने टीम को इस मुश्किल से बाहर निकाला. विकेटकीपर आदित्य तारे के साथ छठे विकेट के लिए किये गये 112 रनों की साझेदारी ने मुंबई को इस मैच में आगे कर दिया. मुंबई ने इस मुकाबले को 200 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया
ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाया था बल्ले से जलवा
उन्होंने इस साल की शुरुआत में ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में 67 रन की पारी खेलकर वाशिंगटन सुंदर के साथ 123 रन की साझेदारी की थी. उस साझेदारी ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में पहली पारी की हार को कम करने में मदद की थी, जिसने भारत की श्रृंखला जीत में एक बड़ी भूमिका निभाई।
विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई बिना कोई मुकाबला हारे ग्रुप डी में पांच मैचों में 20 अंकों के साथ शीर्ष पर काबिज है. बता दें कि शार्दुल इंग्लैंड के खिलाफ चल रही श्रृंखला के लिए भारत टेस्ट टीम का हिस्सा थे लेकिन विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने के लिए तीसरे टेस्ट से पहले उन्हें छोड़ दिया गया था
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