जय भीम का नारा सबसे पहले किसने और कैसे दिया?
जय भीम! यह नारा राजनीतिक भी है, आर्थिक भी है और सामाजिक भी है। यह नारा चुनाव के वक्त भी पढ़ा जाता है, क्रांति के वक्त भी पढ़ा जाता है और एक महान व्यक्तित्व को याद करते वक्त भी पढ़ा जाता है।
इस नारे के पीछे लिखा भीम का मतलब भीमराव अंबेडकर हैं। या नाम फिर से चर्चा में है। तमिल फ़िल्म 'जय भीम' की वजह से। सुपरस्टार सूर्या की यह फ़िल्म न्याय के लिए एक आदिवासी दलित महिला के संघर्ष को दर्शाती है।
भीमराव अंबेडकर महाराष्ट्र से थे इसलिए महाराष्ट्र के कोने-कोने में 'जय भीम' शब्द पर हज़ारों नहीं बल्कि लाखों गीत गाए जाते हैं।
जय भीम वाक्यांश अम्बेडकर के एक अनुयायी बाबू एल एन हरदास द्वारा गढ़ा गया था। शुरुआत में दलित आंदोलन के कार्यकर्ता एक दूसरे को जय भीम कहकर संबोधित करते थे।
जय भीम' कहना सिर्फ नमस्कार, नमस्ते की तरह नहीं है। बल्कि इसका मतलब है कि वह आंबेडकरवादी विचारधारा के करीब हैं। आज के वक्त 'जय भीम' शब्द आंबेडकर आंदोलन में तत्परता का प्रतीक लगता है।