इन 7 दवाओं से किडनी को होता है नुकसान, जानिए कौन सी हैं ये
नई दिल्ली। किडनी हमारे शरीर का वो अहम अंग है जो ब्लड को फिल्टर कर वेस्ट और अतिरिक्त फ्लूइड को बाहर निकालता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजमर्रा में ली जाने वाली कुछ सामान्य दवाएं धीरे-धीरे आपकी किडनी को डैमेज कर सकती हैं?
अगर इन दवाओं का लगातार या बिना सलाह के इस्तेमाल किया जाए, तो यह किडनी फेल्योर तक का कारण बन सकती हैं। आइए जानते हैं उन 7 कॉमन दवाओं के बारे में जिन्हें लेने से पहले सावधानी जरूरी है:
1. NSAIDs (पेनकिलर – दर्द और सूजन की दवा)
जैसे — इबुप्रोफेन, नैप्रोक्सन
इस्तेमाल: सिरदर्द, मसल पेन, आर्थराइटिस
खतरा: लगातार सेवन से ब्लड फ्लो घटता है, जिससे किडनी फेल हो सकती है।
2. ज़ोलेड्रोनिक एसिड (Reclast)
इस्तेमाल: ऑस्टियोपोरोसिस और कुछ कैंसर में
खतरा: पहले से किडनी कमजोर होने पर गंभीर डैमेज कर सकता है।
3. ओरल सोडियम फॉस्फेट (लैक्सेटिव)
इस्तेमाल: कोलनोस्कॉपी से पहले
खतरा: शरीर में फॉस्फेट क्रिस्टल जमा कर किडनी को नुकसान।
4. ACE इनहिबिटर्स (ब्लड प्रेशर की दवाएं)
जैसे — लिसिनोप्रिल, एनालाप्रिल, रामिप्रिल
इस्तेमाल: हाई BP कंट्रोल और दिल की सुरक्षा
खतरा: किडनी से प्रोसेस होती हैं, ज्यादा मात्रा में नुकसान कर सकती हैं।
5. कुछ एंटीबायोटिक्स और एंटीवायरल दवाएं
जैसे — एमिनोग्लाइकोसाइड्स, एसीक्लोवीर
खतरा: क्रिस्टल बनाकर यूरीन फ्लो ब्लॉक करती हैं या सीधे किडनी सेल्स को नुकसान पहुंचाती हैं।
6. Proton Pump Inhibitors (PPI)
जैसे — ओमेप्राजोल, एसोमेप्राजोल
इस्तेमाल: एसिडिटी, हार्टबर्न
खतरा: लंबे समय तक सेवन से क्रोनिक किडनी डिजीज हो सकती है।
7. डाययूरेटिक्स (Diuretics)
जैसे — फ्यूरोसेमाइड, हाइड्रोक्लोरोथायाजाइड
इस्तेमाल: ब्लड प्रेशर, शरीर में सूजन
खतरा: एक्स्ट्रा प्रेशर डालकर किडनी को थका देती हैं।
निष्कर्ष:
इन दवाओं का सही मात्रा में और डॉक्टरी सलाह के बिना सेवन न करें। कोई भी दवा चाहे जितनी सामान्य लगे, उसका असुरक्षित या लापरवाही से इस्तेमाल आपकी किडनी के लिए जानलेवा हो सकता है।