Coronavirus: कोविड-19 से रिकवर होने के बाद ये टेस्ट करवाना है जरूरी, जानें
कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश में कोहराम मचा रही है. हर दिन लाखों मामले सामने आ रहे हैं, जो काफी चिंताजनक हैं. लेकिन कोरोना वायरस की चपेट में आए कई लोग खुद को होम आइसोलेशन कर के बचाव कर रहे हैं और ऐसे में देखने को मिला है कि लोग होम आइसोलेशन में जाकर रिकवर भी हो रहे हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोरोना वायरस किस कदर हमारी शरीर को नुकसान पहुंचा देता है. जी हां यह देखने को मिल रहा है कि शरीर में वायरल लोड खत्म हो जाने के बाद भी वायरस का साइड इफेक्ट लंबे समय तक शरीर पर दिख रहा है.
तो ऐसे में जानते हैं कि कोविड से रिकवर होने के बाद कौन से टेस्ट करवाने हैं जरूरी ताकि यह पता चल सके कि वायरस ने आपके शरीर को किस तरह से प्रभावित किया है.
एंटीबॉडी टेस्ट (Antibody test)
कोरोना संक्रमण से लड़ने के बाद आपके शरीर में एंटीबॉडीज बनते हैं जो भविष्य में इंफेक्शन होने से बचाने में मदद करते हैं. ऐसे में रिकवर होने के बाद एंटीबॉडी जरूर करवाएं ताकि पता चल सके कि आपका इम्यून प्रोटेक्शन लेवल कितना है. बता दें कि रिकवर होने के एक या दो हफ्ते बाद ये टेस्ट करवाएं.
न्यूरो फंक्शन टेस्ट (Neuro function test)
कोविड-19 से उबरने के बाद भी कई मरीजों में कई हफ्तों और महीनों तक न्यूरोलॉजिकल और साइकोलॉजिकल लक्षण देखने को मिलते हैं. यही वजह है कि संक्रमण से रिकवर होने के बाद ब्रेन और न्यूरोलॉजिकल फंक्शन टेस्ट करवाना जरूरी है ताकि मरीज में ब्रेन फॉग, ऐंग्जाइटी, बहुत अधिक थकान लगना, चक्कर आना जैसे लक्षणों का पता लगाया जा सके.
ग्लूकोज टेस्ट (Glucose test)
कोविड-19 से रिकवर होने के बाद ग्लूकोज टेस्ट (Glucose test) जरूर करवाएं. कोरोना संक्रमण वाले मरीज के शरीर में ब्लड ग्लूकोज का लेवल सामान्य से अधिक या कम हो सकता है.
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