Coronavirus: देश में 24 घंटों में कोरोना के 1590 नए मरीज मिले। ये पिछले 146 दिनों में सबसे ज्यादा हैं। देश में एक्टिव मामले बढ़कर 8 हजार 601 हो गए हैं। शुक्रवार को कोरोना से 6 मौतें भी हुईं। इनमें से 3 महाराष्ट्र और 1-1 मौत कर्नाटक, राजस्थान और उत्तराखंड में हुई।फिलहाल सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, दिल्ली और कर्नाटक में दर्ज किए जा रहे हैं। कोरोना की पिछली दो लहरों में यही राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को लेटर लिखा है। उन्होंने राज्यों से कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने और हालात पर नजर रखने को कहा है। जानतें मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के वरिष्ठ श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ पीएन अग्रवाल से कि कितना खतरनाक कोरोना का ये वैरिएंट हैं और इससे कैसे बचे।
कोविड नॉर्म्स कों फॉलो करें
पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में भी कोरोना के मामले बढ़े हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि नया XBB.1.16 वैरिएंट इसकी वजह हो सकता है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट के मुताबिक, कोविड से जुड़े सारे प्रोटोकॉल का पालन करें। अगर किसी ने बूस्टर डोज नहीं लिया है तो उन्हें जल्द से जल्द ये डोज लेनी चाहिए। दो दिन पहले दिल्ली AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि मौसम बदलने के चलते कोविड और H3N2 के केस बढ़ सकते हैं। हर साल इन्फ्लुएंजा के केस बढ़ते हैं, घबराने की कोई बात नहीं है। मास्क लगाकर रखें, खांसते समय मुंह को ढक लें, सैनिटाइजर साथ रखें।
कोरोना वायरस से बचाव के तरीका (Coronavirus)
वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी
कोरोना के मौजूदा या फिर संभावित खतरों से बचे रहने के लिए तमाम अध्ययनों में वैक्सीनेशन को सबसे कारगर उपाय माना गया है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, वैक्सीन कोरोना के गंभीर संक्रमण या इसके कारण होने वाली मौत के खतरे को कम करने काफी असरदार पाई गई हैं। वैक्सीनेशन करा चुके लोगों को संक्रमण हो सकता है पर इसके कारण बीमारी के गंभीरत रूप लेने का जोखिम काफी कम होता है। ऐसे में महामारी से मुकाबले के लिए सभी लोगों को जल्द से जल्द दोनों डोज ले लेनी चाहिए।
मास्क लगना न भूलें
कोरोना के खतरे से बचाव के लिए मास्क पहनने को बचाव का सबसे प्रभावी हथियार माना जा रहा है।
सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी
कोरोना की कम होती रफ्तार के बीच एक बार फिर से स्कूल-ऑफिस खुल गए हैं, लोगों का सार्वजनिक स्थानों पर आवागमन भी बढ़ रहा है। इन सबके बीच कोरोना के खतरे को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का हमेशा पालन करते रहना सुनिश्चित करें।
हाथों को बार- बार धोएं
वायरस से बचने के लिए हमें लगातार हाथ धोना हैं।
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