अब घर बैठे बनाएं एकदम ठंडी Beer, चौंकिए मत और यहां पढ़िए इसकी पूरी रेसिपी वो भी बहुत कम खर्च में
जो Beer के दीवाने होते हैं उन्हें पता होती है कि एक Beer उनके लिए क्या काम कर सकती है। पुराने समय में बीयर को कच्ची शराब भी कहा जाता था और कच्ची शराब जितने पुरानी होती है उतना ही ज्यादा नशा देती हैं। अगर आप Beer को बाहर से ना लाकर घर में बनाना चाहते हैं तो हम आपके इस काम को आसान करने जा रहे हैं। आइये जानते हैं बियर बनाने के प्रोसेस के बारें में।
अगर आप पहली बैच Beer बना रहे हैं तो आप पूरी तरह से बियर ब्रीइंग किट खरीद सकते हैं। यह बहुत मंहगा नहीं होता है और आपको घर बियर बनाने के लिए आवश्यक उपकरण भी मिल जाएंगे।
माल्ट अर्क
Beer बनाने की आसान रेसिपी की बात करें, तो आपको 1 और 1/2 किलो माल्ट का अर्क लिया जाता है। घर पर मिट्टी की सौंधी-सौंधी खुशबू वाली बीयर बनाने के लिए मार्केट से माल्ट का अर्क खरीदा जा सकता है।
पानी उबालकर चीनी मिलाना
सबसे पहले बड़ा बर्तन लेकर, इसमें लगभग 8 लीटर पानी उबाल लिया जाता है। फिर उसमें एक कैन माल्ट का अर्क डालकर लगातार चलाते हुए 20 मिनट तक बिना ढके पकाया जाता है। अब कम आंच पर पकते हुए इसमें 7 कप सफेद चीनी डालकर इसे घुलने के लिए हिलाया जाता है। चीनी के पिघलने और घुलने के बाद इस मिश्रण को बाल्टी में पलटा जाता है। हवा लगने से इसमें तेजी से यीस्ट बनने लग जाते हैं।
Beer मेकिंग प्रोसेस
इसमें थोड़ा पानी डालकर इसके बाद एक सैनिटाइज थर्मामीटर का उपयोग करके, इसके टेम्परेचर की जांच की जाती है। इसे अच्छी तरह हिलाकर इसे ढककर छोड़ दिया जाता है। बाल्टी को पूरी तरह से कसकर बंद नहीं किया जाता क्योंकि इससे कार्बनडाइऑक्साइड गैस बनेगी, जिससे बाल्टी फट सकती है।
फरमेंटेशन के लिए जरूरी तापमान और चीनी के आधार पर, बाल्टी को कम से कम 7-10 दिनों के लिए यीस्ट बनने के लिए अलग रखा जाता है। ऐसी जगह पर रखते हैं जहां 20-24 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान नहीं होता है। फरमेंटेशन में 2-3 दिन लगेंगे और अगले स्टेप में जब बीयर में बुलबुले दिखाई देने लगें, तो इसे हाइड्रोमीटर से चेक किया जाता है या फिर इसके स्वाद को चेक किया जाता है।
आखिरी पड़ाव
अब बाल्टी उठाकर एक टेबल में रखा जाता है। टेबल पर रखने बाद इसके लेवल पर चीनी डाली जाती है। छोटी बोतलों में बोतल भरते समय उसे ज्यादा हिलाया नहीं जाता क्योंकि इससे इसका स्वाद खराब हो सकता है। इसे हिलाने से इसमें ज्यादा ऑक्सीजन मिलने का खतरा रहता है। जिससे इसका स्वाद भी खराब जो सकता है। बोतलों को भरते समय, झाग से बचने के लिए साइफन ट्यूब के सिरे को छोटी बोतल के पास रखा जाता है। बोतल के ऊपर कुछ जगह रखा जाता है, बोतल को पलटकर चीनी को घुलने के लिए रख दिया जाता है, फिर इसके बाद बोतलों को ढक्कन से ढककर उन्हें ठंडे अंधेरे कमरे में एक सूखी जगह पर Beer को रखकर फ्रीज कर दिया जाता है।
Disclaimer : हम सभी जानते हैं कि अल्कोहल का सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है। यह लेख केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है।
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