जानें, घर में किस दिशा की ओर दीपक जलाने से होगा धन का लाभ
हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले दीपक जलाए जाते हैं. यह सकारत्मकता और जीवन का भी प्रतीक है. हर घर में रोज सुबह शाम दीपक जलाने का रिवाज है. लेकिन दीपक को कब कैसे और कहां जलाना चाहिए इन तमाम सवालों के जवाब अक्सर हमें नहीं मिल पाता.
लेकिन आज बतायेंगे कि वास्तुशास्त्र के अनुसार दीपक की लौ किस दिशा की ओर होनी चाहिए.
पूर्व दिशा - दीपक की लौ पूर्व दिशा की ओर रखने से आयु में वृद्धि होती है.
पश्चिम दिशा - दीपक की लौ पश्चिम दिशा की ओर रखने से दु:ख बढ़ता है.
उत्तर दिशा - दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर रखने से धनलाभ होता है.
दक्षिण दिशा- दीपक की लौ दक्षिण दिशा की ओर रखने से हानि होती है. यह हानि किसी व्यक्ति या धन के रूप में भी हो सकती है.
किस देवता को प्रसन्न करने के लिए कौन सा दीपक जलाएं
सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए भी सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं.
राहु और केतु ग्रहों की दशा को शांत करने के लिए अलसी के तेल का दीपक जलाना चाहिए.
हनुमानजी की पूजा करने के लिए तीन कोनों वाला दीपक जलाना चाहिए.
रोजाना तीन बत्तियों वाला घी का दीपक जलाने से भगवान गणेश की विशेष कृपा मिलती है.
मां लक्ष्मी की कृपा पाने कि लिए उनके समक्ष सात मुख वाला दीपक जलाना चाहिए.
भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए इनके समक्ष रोजाना सोलह बत्तियों का दीपक जलाना चाहिए.
भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए आठ तथा बारह मुखी दीपक पीली सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए.
भगवान कार्तिकेय की प्रसन्नता के लिए गाय के शुद्ध घी या पीली सरसों के तेल का पांच मुखी दीपक जलाना चाहिए.
भैरव साधना के लिए सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाना चाहिए.
किसी भी देवी या देवता की पूजा में गाय का शुद्ध घी तथा एक फूल बत्ती या तिल के तेल का दीपक आवश्यक रूप से जलाना चाहिए.