International Yoga Day 2023: 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस? जानें ये खास वजह

 
International Yoga Day 2023: 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस? जानें ये खास वजह

International Yoga Day 2023: हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। भारत में प्राचीन काल से ही योग किया जा रहा है। योग भारतवासियों की संस्कृति से जुड़ा हुआ है। शरीर को स्वस्थ रखने में योग काफी असरदार होता है। रोजाना योगाभ्यास से शरीर फिट रहता है। विश्व में योग को पहचान दिलाने में भारत का अहम योगदान है। भारत की वजह से ही योग को सम्मान मिला है। अब योग के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल की तरह आज भी विश्वभर में योग दिवस मनाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई? योग दिवस मनाने के लिए 21 जून की तारीख को ही क्यों चुना गया आइए जानते हैं।

कैसे हुई अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत?

योग दिवस पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया था। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में पीएम मोदी का खास योगदान है। साल 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनते ही नरेंद्र मोदी ने योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देते हुए 21 जून को योग दिवस मनाने का प्रस्ताव पेश किया था। 11 दिसंबर 2014 को मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया और इस तरह से 21 जून 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई। अब हर साल की इसी तारीख को ये दिवस मनाया जाता है।

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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए 21 जून क्यों चुना गया?

दरअसल, इसके पीछे खास वजह है। 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है और इसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए काफी फायदेमंद है। साथ ही योग भी मनुष्य को लंबी आयु प्रदान करता है। इसीलिए योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। योग आसन शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। योग आसन शक्ति, शरीर में लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है।

योग के फायदे

मांसपेशियों के लचीलेपन में सुधार होता है। शरीर के आसन और एलाइनमेंट को ठीक करता है। हमारे शरीर की पाचन क्रिया को अच्छा रखता है। आंतरिक अंग मजबूत करता है।अस्थमा का इलाज करता है।मधुमेह का इलाज करता है।दिल संबंधी समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है।त्वचा के चमकने में मदद करता हैशक्ति और सहनशक्ति को बढ़ावा देता है।एकाग्रता में सुधार करता है।

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