Parenting: बच्चा झूठ बोल रहा है, तो क्या करें?
बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं. उनका बचपन बहुत खास होता है. यही वह समय होता है जब आप अपने बच्चे को अच्छे संस्कार देते हैं. इसी समय बच्चे कुछ अच्छी तो कुछ बुरी आदतें सीखते हैं. अच्छी आदतें सीखते हैं, तो मां बाप खुश होते हैं, जबकि बुरीआदतें सीखने पर टेंशन में आ जाते हैं. अक्सर कुछ बच्चे डांट पड़ने के डर से बात-बात में झूठ बोलने लगतें हैं. ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी बात बताएंगे जो आपके बच्चे का झूठ पकड़ने में और उसे सुधारने में मदद करेगा.
सबसे पहले तो यह जान लेते हैं कि बच्चा किन परिस्थतियों में झूठ बोलता है-
- जब बच्चा किसी Moral rules का उल्लंघन करता है तो वह झूठ बोलता है. ऐसे में बच्चे को जरूर समझाएं कि नियम का पालन करना कितना जरूरी है. अन्यथा बच्चा ऐसे ही झूठ बोलता रहेगा और बड़े होकर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
- दूसरी बात बच्चे कभी-कभी अच्छे इरादे और बुरे इरादे से भी झूठ बोल सकते हैं. जैसे किसी की मदद करने या किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए. ऐसे में इस बात का पता लगाने की कोशिश करें कि बच्चा इनमें से किस वजह से झूठ बोल रहा है.
- तीसरी बात जैसे आपने उसे कोई गिफ्ट दिया जो उसे पसंद नहीं आया, लेकिन वह आपको बुरा न लगे इसलिए वह गिफ्ट पसंद आने का दिखावा भी करते हैं.
- बच्चे कभी कभी आपको भ्रमित भी कर सकते हैं. जैसे उसने कोई सामान तोड़ दिया है लेकिन पूछने पर वह साफ-साफ मना कर देता है, यहां तक कि वह आंख में आंख डालकर इस बात को कॉफीडेंस से बोलता है जिससे आप भ्रमित हो सकते हैं.
अब जानते हैं कि बच्चे किस उम्र में झूठ बोलना शुरू करते हैं. बच्चों के झूठ बोलने के तीन चरण होते हैं.
- पहले चरण में बच्चे दो से तीन साल की उम्र से झूठ बोलना शुरू कर देते हैं। बच्चों के पहले झूठ को अक्सर नियम के उल्लंघन, इल्जाम लगने से बचने आदि से जोड़कर देखा जाता है।
- दूसरे चरण में बच्चे झूठ और सच में अंतर समझने लगते हैं. यह उम्र 3 से 4 साल की होती है. इस उम्र में बच्चे अपनी गलतियों को छुपाने के लिए झूठ बोलते हैं.
- तीसरा चरण बच्चे अच्छे से समझ जाते हैं कि झूठ कैसे बोलना है। वो अपने मुंह से ऐसी किसी बात को फिसलने नहीं देते हैं, जिससे उसका पुराना झूठ पकड़ा जाए। इसी कोशिश में वो एक के बाद एक झूठ बोलते चले जाते हैं. यह उमॅ 7 से 8 साल के बीच होती है.
अब बात करते हैं बच्चे के झूठ बोल रहा है कैसे पता लगाएं. निम्न लिखी गई बातों को नोटिस करके समझ जाएं कि बच्चा झूठ बोल रहा है.
- अक्सर बच्चे झूठ बोलने पर या झूठ पकड़े जाने पर उस बात या तथ्य से अनभिज्ञ या अनजान होने का दिखावा करते हैं.
- बच्चे झूठ बोलते हुए अक्सर नजरे चुराने लगते हैं.
- झूठ बोलते हुए बच्चे ध्यान भटकाने के लिए किसी चीज से खेलने या उसे छेड़ने लगते हैं.
- बच्चे सवालों का जवाब देने में आमतौर से ज्यादा समय लेते हैं। बहुत सोचकर अपना जवाब देते हैं.
- झूठ बोले गए विषय पर सवाल पूछने पर बात को बदलने की कोशिश करते हैं और असहज हो जाते हैं.
- बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश करते हैं.
- झूठ को छुपाने के लिए मनगढ़ंत कहानी सुनाने लगते हैं.
- कई बार झूठ से जुड़े सवाल पूछने पर बच्चे गुस्सा हो जाते हैं.
- झूठ बोलते हुए कई बार बच्चे सामान्य से थोड़ी ऊंची आवाज में बात करते हैं.
- बच्चे झूठ बोलने के बाद स्पष्टीकरण देने के लिए लगातार बोलते हैं.
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