Noida News: किसान संगठन ने टोल प्लाजा और चावल मिल के खिलाफ एसडीएम दादरी को सौंपा ज्ञापन,आंदोलन की दी चेतावनी

Noida News: ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना इलाके के लुहारली गांव के पास बना टोल प्लाजा अक्सर विवादों में रहता है। विवाद की वजह यहां स्थानीय किसानों और टोल प्रबंधन के बीच गाड़ी निकालने को माना जाता है।कई बार ऐसी वीडियो वायरल हुई है जिसमें टोल प्रबंधन किसानों के साथ मारपीट करता है तो वही स्थानीय लोगों द्वारा प्रबंधन के साथ भी झड़प की कई वीडियो सामने आई हैं। टोल प्लाजा के मैनेजमेंट के खिलाफ स्थानीय किसानों में आक्रोश है क्योंकि दिन में कई बार स्थानीय नागरिक और किसान निजी काम से टोल पार करते हैं, ऐसे में टोल प्लाजा मैनेजमेंट की तरफ से किसानों से भी टोल वसूला जाता है जिसको लेकर हिंसक झड़प भी होती हैं। वही लाल कुएं से लेकर सिकंदराबाद तक सड़क बेहद खस्ताहाल है जगह-जगह गड्ढे, ऊबड़ खाबड़ रास्ते होने की वजह से कई दुर्घटना होने से लोगों की जान भी जा चुकी है।
किसानों और स्थानीय नागरिकों की समस्या बरकरार
टोल प्लाजा के खिलाफ सोमवार को भारतीय किसान यूनियन अजगर के उत्तर प्रदेश युवा मोर्चा के अध्यक्ष कपिल नागर ने दादरी एसडीएम को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की है कि टोल प्लाजा पर किसानों के साथ जबरदस्ती कर टोल वसूल किया जाता है, साथ ही टोल प्लाजा पर मैनेजमेंट के गुंडे किसानों के साथ मारपीट करते हैं और टोल प्लाजा मैनेजमेंट किसानों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करा देता है जिससे किसानों का शोषण हो रहा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि लाल कुआं से लेकर सिकंदराबाद तक रोड बेहद खराब स्थिति में है। टोल प्लाजा एनएचएआई के मानकों को भी पूरा नहीं कर रहा है। सड़के बीच-बीच में निर्माण होने की वजह से एक तरफ बंद है जिससे अक्सर ट्रैफिक जाम रहता है। टोल प्लाजा से संबंधित शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई लेकिन किसानों और स्थानीय नागरिकों की समस्या अब भी बरकरार है।
आदोलन की दी चेतावनी
कपिल नागर ने कहा है कि अगर एक सप्ताह के अंदर जिला प्रशासन ने किसानों और टोल प्लाजा के मध्य वार्ता नहीं कराई तो हमारा संगठन एक सप्ताह बाद लुहारली टोल प्लाजा को टोल फ्री कर देगा और आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी। ज्ञापन में भारतीय किसान यूनियन (अजगर) संगठन ने दूसरी मांग बादलपुर के पास जीटी रोड पर स्थित चावल मिल को लेकर रखी है। किसानों का आरोप है कि चावल मिल से निकलने वाली सुरेरी पास के गांव के किसानों के गेहूं को चाट जाती हैं जिससे उनकी फसल बर्बाद हो रही है। ध्वनि प्रदूषण होने की वजह से चावल मिल के आसपास के गांव बेहद परेशान है। चावल मिल बादलपुर एनजीटी के नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रही है जिसकी वजह से यहां के किसान बेहद परेशान है और जिला प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। प्रशासन मध्यस्था करते हुए किसानों और चावल मिल के बीच अगर 15 दिन के अंदर बैठकर वार्ता नहीं कराता है तो भारतीय किसान यूनियन (अजगर) संगठन यहां भी धरना प्रदर्शन करेगी जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।