Noida News: जर्जर फुटपाथों को सवारने की कवायद शुरू, CEO ने निरीक्षण के बाद दिए आदेश

 
Ceo Dr Lokesh M

Noida News: नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. अपनी तैनाती के बाद से शहर का लगातार निरीक्षण कर रहे है। बंद पड़ी परियोजना हो या फिर नोएडा शहर की सुंदरता से जुड़ी समस्या, सीईओ हर समस्या को हल करने के लिए नोएडा शहर का तूफ़ानी दौरा कर रहे है और आधिकारियों को जन समस्याओं से जुड़े मुद्दों को तुरंत हल करने का निर्देश दे रहे है। नोएडा शहर में विकलांग और बुजुर्गों के लिए भी सीईओ ने सराहनीय पहल की है। उन्होंने शहर के फुटपाथों को बुजुर्गों और विकलांगों के हिसाब से नए मॉडल के तहत बनाने के निर्देश दिए।

CEO ने शहर के फुटपाथों के निरीक्षण किया 

CEO ने शहर के फुटपाथों के निरीक्षण कर यह निर्देश नोएडा ट्रैफिक सेल के अधिकारियों को दिए।नए मॉडल के रूप में फुटपाथ बनाने की शुरुआत सेक्टर-38 के शशि गोलचक्कर से की जाएगी।सीईओ को निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर फुटपाथ की ऊंचाई एक फुट से ज्यादा पाई गई, जिसके कारण कुछ जगह बुजुर्गों एवं घुटने की समस्या से ग्रस्त लोग परेशान होते दिखे। ऐसी स्थिति देख सीईओ ने निर्देश दिया कि ट्रैफिक जंक्शन वाले प्वाइंट पर फुटपाथ पर चढ़ने के लिए स्लोप बनाएं जाएं, जिससे बुजुर्ग और विकलांग लोग आराम से फुटपाथ का प्रयोग कर सकें। सीईओ ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए टैकटाइल टाइल्स लगाने के निर्देश दिए, जिससे ऐसे लोग भी आसानी से फुटपाथ पर चढ़ सकें और चलते समय उनकी ग्रिप बनी रहे। साथ ही  एंट्री प्वाइंट्स पर बोलार्ड्स लगाने के लिए भी कहा, जिससे वाहन फुटपाथ पर न चढ़ सकें।

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शशि गोचलक्कर क्षेत्र में मॉडल फुटपाथ विकसित 

सीईओ ने बताया कि इन सुविधाओं के साथ शशि गोचलक्कर क्षेत्र में मॉडल फुटपाथ विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं। यहां पर व्यवस्था बनने के बाद इसे शहर के बाकी हिस्सों में लागू किया जाएगा। जिन चौराहों पर ट्रैफिक का अधिक दबाव है, वहां पर लेफ्ट टर्न फ्री करने के लिए फुटपाथ की चौड़ाई कम की जाएगी। चौड़ाई कम करते हुए स्लिप रोड बनाने के निर्देश सीईओ ने दिए। ऐसे चौराहों को चिन्हित करने के लिए ट्रैफिक सेल के अधिकारियों से कहा है। सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने आगे कहा कि निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर देखने को मिले, जहां सेंट्रल वर्ज पर रिफ्लेक्टर नहीं लगे हुए थे। इस वजह से सेंट्रल वर्ज से वाहनों के टकराने की संभावना बनी रहती है। ऐसे हादसे वाले संभावित स्थानों पर प्राथमिकता के आधार पर रिफ्लेक्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं ।

(Reported by Akram Khan edited by Shrikant Soni)

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