Delhi-NCR और Noida में तेजी से फैला Eye Flu, आखिर क्या है बीमारी की वजह

Eye Flu: मध्य प्रदेश के बाद अब दिल्ली-एनसीआर में इस समय आई फ्लू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिसकी वजह से आपको जगह-जगह पर लोग काला चश्मा लगाकर दिखाई दे रहे होंगे। आई फ्लू फैलने का कारण एडेनोवायरस का संक्रमण बताया जा रहा है। नेत्र रोग विशेषज्ञ ने बताया कि आई फ्लू के 30 मरीजों के सैंपल लिए गए हैं जिसकी जांच में सामने आया है कि एडेनोवायरस से ही संक्रमण फैल रहा है।
एडेनोवायरस का संक्रमण बढ़ा
एडेनोवायरस का संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है और लगभग 2 सप्ताह के बाद यह संक्रमण कम भी हो जाता है।आपको बता दें कि आई फ्लू एडेनोवायरस की वजह से पहले भी होता था लेकिन इस बार मरीज़ों में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। ग़ौरतलब है कि एडेनोवायरस, हार्पिस, सिम्प्लेक्स वायरस और वैरिसेला जोस्टर वायरस भी आईफ़्लू होने की मुख्य वजह माने जाते है। आई स्पेशलिस्ट ने बताया कि मरीजों का उपचार करने के बाद करीब 1% मरीजों के कार्निया पर धब्बे पाए जा रहे हैं इस वजह से आंखों की रोशनी कमजोर होने की आशंका रहती है इसलिए मरीज को इमरजेंसी से छुट्टी देने के 2 हफ़्ते बाद दोबारा जांच की जा रही है।
लोगों को हो रही तकलीफे
- आईफ्लू में मरीजों की आँख से पीला पानी आना, बैक्टीरिया के संक्रमण का लक्षण हो सकता है ऐसी स्थिति में एंटीबायोटिक दवा दी जाती है।
- आंख की सूजन और लाली को जल्द ठीक करने के लिए बहुत से डॉक्टर मरीजों को स्टेरॉयड दे रहे है जिसकी वजह से 2 सप्ताह बाद कॉर्निया पर धब्बे आने और आंखों का प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है इसलिए बहुत जरूरी होने पर ही स्टेरायड दिया जा रहा है।
- अक्सर देखा जाता है कि जब एक परिवार में एक साथ कई लोग आई फ्लू से पीड़ित होते है तो एक आई ड्रॉप को परिवार की सभी लोग इस्तेमाल करते हैं जिसकी वजह से क्रॉस संक्रमण होता है इसलिए हर मरीज को अलग-अलग ड्राप इस्तेमाल करना चाहिए।सामान्य तौर पर बात की जाए तो मौसम में नमी और उमस भरी गर्मी से इस तरह के आई फ्लू में तेजी से इजाफा होता है।
इस मौसम मे बढ़ी गर्मी से फैला वायरस
आई स्पेशलिस्ट का मानना है कि इस मौसम मे बढ़ी गर्मी की वजह से यह वायरस तेजी से फैल रहा है वही मौसम में नमी की वजह से लंबे समय तक यह बरकरार रहता है, हाल ही में तेज उमस और गर्मी की वजह से लोग बार-बार अपनी आंख को छू रहे थे और पसीना पोछ रहे थे जिसकी वजह से इंफेक्शन फैलाना शुरू हुआ। वायरस की चपेट में बड़े बुजुर्ग ही नहीं बच्चे भी आ रहे हैं लेकिन कुछ सावधानी बरतनी से इसको कम किया जा सकता है ,जैसे अगर परिवार में किसी व्यक्ति को आई फ्लू या इस तरह का संक्रमण होता है तो उससे उचित दूरी बना लें।
लक्षण दिखने में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
आई फ्लू के लक्षण क्या है इसके बारे में बात की जाए तो आई फ्लू होने पर खुद को दूसरों से अलग कर बिना किसी देरी के नेत्र विशेषज्ञ से मिले और बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी आई ड्रॉप को या अन्य दवाई का इस्तेमाल ना करें यह हानिकारक हो सकता है।आई फ्लू के फैलने के लक्षण ये है, आंखों का लाल हो जाना,आंखों में चुभन हो जाना,आंखों में खुजली होना,आंखें चिपकना,आंखें सूजना,लाइट सेंसटिविटी वहीं अगर इसके बचाव की बात की जाए तो बचाव के लिए डॉक्टरों का कहना है कि हाइजीन का ख्याल रखें,समय-समय पर हाथ धोते रहें, आई फ्लू होने पर लोगों से दूरी बना ले, काला चश्मा पहन ले,कांटेक्ट लेंस टॉवल और रुमाल के इस्तेमाल से बचें,स्विमिंग करने बिल्कुल ना जाए और तेज धूप में बाहर ना निकले साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से भी बचें।