Greater Noida:फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने के आरोप में घिरे सरकारी डॉक्टर, डीएम ने दोबारा मेडिकल कराने के लिए दिए आदेश

 
Greater Noida:फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने के आरोप में घिरे सरकारी डॉक्टर, डीएम ने दोबारा मेडिकल कराने के लिए दिए आदेश

Greater Noida: मारपीट की घटनाओं में आपने अक्सर देखा होगा कि पीड़ित कार्रवाई के लिए दर दर की ठोकर खाता है वहीं आरोपी पक्ष पैसे की ताकत पर फर्जी कागजात तैयार करवा कर पीड़ित पक्ष को ही कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंसा देता है, जिसके बाद पीड़ित की मजबूरी हो जाती है मामले में फैसला करना।ऐसा ही एक मामला ग्रेटर नोएडा में सामने आया है जहां मारपीट के मामले में बादलपुर सीएचसी में तैनात सरकारी डॉक्टर ने रिश्वत लेकर फर्जी मेडिकल बना दिया।घटना की शिकायत पीड़ित पक्ष ने डीएम से की जिसके बाद डीएम ने एक कमेटी बनाकर सीएमओ को दोबारा से मेडिकल कराने का आदेश दिया है। डीएम के आदेश के बाद से सरकारी डॉक्टरों की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई है।

कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया

ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना इलाके के लखनावली गांव के रहने वाले सुनील चपराना के बेटे और बेटी का उसी गांव के रहने वाले सुनील फगाना के बच्चों से स्कूल जाने के दौरान झगड़ा हो गया।झगड़े की सूचना पर सुनील ने अपने लोगों के साथ मिलकर सुनील चपराना के परिवार के साथ जमकर मारपीट की। आरोप है कि जब पीड़ित सूरजपुर थाने शिकायत लेकर पहुंचा तो पुलिस ने उसका मुकदमा ही दर्ज नहीं किया। मुक़दमा दर्ज नहीं होने पर पीड़ित पक्ष ने न्यायालय में 156 (3)के तहत वाद दायर किया। जिसमें कोर्ट के आदेश के बाद सूरजपुर थाना पुलिस ने आरोपी सुनील फगाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन पीड़ित पक्ष को ही आरोपी बनाने और मामले में समझौता करने की नियत से आरोपी पक्ष ने बदलापुर स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर को रिश्वत देकर फर्जी मेडिकल बनवा लिया जिसमें उसने अपनी बेटी की दोनों पसली टूटने की घटना दिखाई थी।

WhatsApp Group Join Now

सीएमओ ने की एक्सपर्ट कमेटी गठित

डॉक्टर ने मेडिकल में भी बच्ची की दो पसली टूटना बताया गया जिसके बाद आरोपी ने भी न्यायालय के आदेश पर पीड़ित पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया लेकिन जिस समय की घटना दिखाई गई उस समय सुनील चपराना का परिवार सीसीटीवी फुटेज में अपने घर मौजूद था। सुनील ने फर्जी मेडिकल का खुलासा करते हुए डीएम से शिकायत की जिसके बाद डीएम ने सीएमओ डॉ सुनील कुमार को आदेश दिया कि कथित मेडिकल की जांच की जाए और दोबारा से 31 जुलाई को लड़की का मेडिकल कराया जाए। सीएमओ ने इसके लिये एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई जिसमें रेडियोलॉजिस्ट डॉ निरुपमा, डॉक्टर सिंह टीकम सिंह,हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ब्रेजेश सिंह को शामिल किया गया।

आरोपी ने बनाया समझौते का दबाव

पीड़ित ने आरोप लगाया है कि 31 जुलाई को अस्पताल में इस दौरान दूसरा पक्ष मौजूद रहा लेकिन सीएससी पर तैनात डॉक्टर के दवाब में दोबारा मेडिकल नहीं हो सका अगर मेडिकल होता तो डॉक्टर का फर्जीवाड़ा सामने आ जाता। पीड़ित के आरोप पर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मेडिकल दोबारा जल्द कराया जाएगा जिसके बाद साफ हो जाएगा कि मेडिकल फर्जी बनाया गया था या नहीं। पीड़ित का यह भी आरोप है कि डीएम से शिकायत करने और दोबारा से मेडिकल के आदेश के बाद आरोपी पक्ष तरह-तरह से समझौते का दबाव बना रहा है साथ ही आरोपी डॉक्टर भी अपनी शिकायत वापस लेने के लिए उस पर दबाव बना रहा है।

(Reported By Akram Khan… Edited By Shrikant Soni)

ये भी पढ़ें- Noida की हाई राइज सोसाइटी में लिफ्ट टूटने से 70 वर्षीय महिला की मौत, लोगों ने किया हंगामा

Tags

Share this story