Greater Noida में जेवर Airport के नजदीक बनेगी देश की पहली Aerotropolis City
Noida News: ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक 6,554 हेक्टेयर में एयरोट्रोपोलिस सिटी विकसित की जाएगी। आपको बता दे कि एयरोट्रोपोलिस सिटी में घर, ऑफिस, उद्योग, स्कूल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स होंगे। यमुना विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक ने मास्टर प्लान 2041 के तहत इसको मंजूरी दी है। मास्टर प्लान में नोएडा एयरपोर्ट के पास एयरोट्रोपोलिस सिटी विकसित करने का प्रावधान किया गया है।प्राधिकरण के अधिकारियों की माने तो एरोट्रोपोलिस का बुनियादी ढांचा, भूमि उपयोग और अर्थव्यवस्था एयरपोर्ट पर केंद्रित होगी। दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के नजदीक बनी एयरोसिटी की तर्ज पर इसका विकास होगा,
लेकिन जेवर में जमीन पर्याप्त मात्रा में होने की वजह से यह उससे काफी बड़ी और अलग होगी। एयरोट्रोपोलिस सिटी में आवासीय, औद्योगिक, कॉमर्शियल और संस्थागत गतिविधियां एकसाथ होंगी। इसमें लॉजिस्टिक गतिविधियां, मनोरंजन, व्यावसायिक क्षेत्र, वाणिज्यिक और सहायक गतिविधियां शामिल होंगी।आपको बता दे कि आखिर एयरोट्रोपोलिस होती क्या है, एयरोट्रोपोलिस एक महानगरीय उपसमूह होता है। जिसका बुनियादी ढांचा, भूमि उपयोग और अर्थव्यवस्था एक हवाईअड्डे पर केंद्रित होते हैं। मतलब, हवाईअड्डे और उसके साथ संचालित होने वाली तमाम गतिविधियां एयरोट्रोपोलिस का हिस्सा होती हैं। यह शब्द एयरो और मेट्रोपोलिस से होकर बना है, जो उड्डयन और महानगर शब्दों को एक साथ जोड़ता है। एयरोट्रोपोलिस शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल न्यूयॉर्क के वाणिज्यिक कलाकार निकोलस डेसेंटिस ने किया था।
न्यूयॉर्क शहर की ऊंची आसमान को छूने वाली इमारतों के साथ हवाईअड्डे का चित्र डिसेंटिस ने बनाया और उसे नवंबर 1939 में लोकप्रिय पत्रिका 'साइंस' के अंक में प्रकाशित किया गया था। नोएडा एयरोट्रोपोलिस मुख्य रूप से एमएसएमई, सिविल एविएशन और कृषि क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत करेगा। इस एयरपोर्ट के आसपास के जिलों में छोटे-बड़े उद्योगों के साथ ही कृषि क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा एजुकेशन, मेडिकल टूरिज्म, फ़िल्म मेकिंग, टूरिज्म-कल्चर एंड हेरिटेज, टॉय मेकिंग, आईटी-आईटीएस और लॉजिस्टिक्स इस एयरोट्रोपोलिस की आर्थिक गतिविधियां होंगी।यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे तीन नए शहर बसाए जाएंगे जिनमे ये तीनों शहर अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिले की सीमा में बसाए जाएंगे जबकि चौथा शहर नोएडा अथॉरिटी बसाएगी। यह नया शहर गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले के 80 गांव में विकसित होगा। इन चारों शहरों की डीपीआर बनाई जा रही हैं।