नोएडा में अवैध खनन पर कड़ी कार्रवाई, मिंटू कसाना गिरफ्तार, दो डंपर जब्त

गौतम बुद्ध नगर के थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र में पुलिस ने अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। 17 जून 2025 को की गई इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने ग्राम बादौली निवासी मिंटू कसाना को अवैध खनन के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से दो डंपर भी जब्त किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल रेत और मिट्टी के अवैध खनन में किया जा रहा था।
बिना अनुमति कर रहा था खनन
नोएडा प्राधिकरण की ओर से थाना नॉलेज पार्क में एफआईआर संख्या 131/2025, धारा 303(2) बीएनएस और 4/21 खनन अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कराया गया था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और आरोपी मिंटू कसाना, पुत्र बदले कसाना को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि आरोपी बिना किसी वैध परमिट या सरकारी अनुमति के खनन कार्य कर रहा था और उसकी खनन सामग्री को डंपरों के जरिए विभिन्न स्थानों तक भेजा जा रहा था।
खनन सामग्री ढोने वाले डंपर किए गए सीज
पुलिस ने मौके से दो भारी डंपर ज़ब्त किए हैं, जिनका प्रयोग अवैध खनन में हो रहा था। दोनों वाहनों को जब्त कर लिया गया है और इनसे जुड़ी सभी गतिविधियों की जांच की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इन डंपरों से अब तक किन-किन इलाकों में खनन सामग्री पहुंचाई गई।
प्रशासन को भेजी गई रिपोर्ट
इस मामले में थाना पुलिस ने खनन अधिकारी और ज़िला मजिस्ट्रेट को पूरी रिपोर्ट सौंप दी है ताकि नियमानुसार आगे की कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा सके। नोएडा प्राधिकरण ने भी स्पष्ट कर दिया है कि जिले में अवैध खनन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे मामलों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनता से सहयोग की अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उन्हें कहीं भी अवैध खनन की जानकारी मिले तो तुरंत स्थानीय प्रशासन या पुलिस को सूचित करें। इससे समय रहते कार्रवाई संभव हो सकेगी और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में सख्ती
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि नोएडा पुलिस और प्रशासन अवैध खनन को लेकर गंभीर हैं। यह न केवल सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाता है बल्कि पर्यावरण और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी खतरा बन सकता है। अब देखना होगा कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से अवैध खनन पर किस हद तक लगाम लगाई जा सकती है।