Noida News: जेवर एयरपोर्ट के बनने के बाद विकास को लगे पंख, यमुना प्राधिकरण बनाएगा ओलंपिक सिटी और ओलंपिक विलेज

 
 Olympic City

Noida News: ग्रेटर नोएडा में यमुना विकास प्राधिकरण का इलाका अब आपके लिए बेहद खास और आकर्षित होने वाला है, यहां पर जेवर एयरपोर्ट के बनने के बाद विकास की नई गाथा लिखी जा रही है,जिसको लेकर रोज़ बड़े प्रोजेक्ट यहां पर स्थापित होने के इच्छा जता रहे है वही प्राधिकरण बिना देरी किए इनको यहां स्थापित करने का जमीन मुहैया करा रहा है। यमुना विकास प्राधिकरण की 78वीं बोर्ड बैठक होने के बाद यमुना सिटी में ओलंपिक सिटी और ओलंपिक विलेज को सेक्टर 22 में बनाने को मंजूरी मिल गई है। यमुना प्राधिकरण 2041 मास्टर प्लान के मुताबिक यहां पर 442 हैकटेयर जमीन को आरक्षित कर इसमें 4000 से ज्यादा खिलाड़ियों के रहने और खेलने का इंतजाम करने वाला है।आपको बता दें कि यमुना विकास प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा में जमीन कम पड़ने के बाद अब 2041 का मास्टर प्लान बनाया है जिसके लिए बुलंदशहर और ग्रेटर नोएडा से सटे हुए जिलों में जमीन को अधिग्रहण करने के बाद यहां कई बड़े प्रोजेक्ट लगने जा रहे हैं। 


प्रोजेक्ट को यमुना विकास प्राधिकरण ने बनाने का फैसला 


जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद यहां फिल्म सिटी, लॉजिस्टिक हब, मल्टीनेशनल कंपनियां और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के अलावा अब एक और बड़े प्रोजेक्ट को यमुना विकास प्राधिकरण ने बनाने का फैसला किया है। यमुना सिटी में प्राधिकरण अब 442 हैकटेयर जमीन पर ओलंपिक सिटी और ओलंपिक विलेज बनाएगा। गौरतलब है कि इस इलाके में बनने वाला ओलंपिक सिटी और ओलंपिक विलेज दिल्ली के फिरोज शाह कोटला क्रिकेट स्टेडियम और खेल मैदान से भी काफी बड़ा होगा। यमुना प्राधिकरण इलाके में ओलंपिक विलेज और ओलंपिक सिटी बनने के बाद यहां पर बड़े स्तर पर क्रिकेट मैच और खेलों का आयोजन किया जाएगा।ओलंपिक विलेज के 52 हेक्टेयर में 4 हजार से ज्यादा लोगों के रहने और प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। यह एनसीआर का ही नहीं बल्कि कई राज्यों के लिए बड़ा खेल पार्क होगा। बोर्ड बैठक के बाद सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया था कि बैठक में यमुना प्राधिकरण इलाके के सेक्टर 22 में 442 हेक्टेयर जमीन को आरक्षित करने का फैसला लिया गया है जिसमें खेलो, आउटडोर और इंडोर स्टेडियम की व्यवस्था की जाएगी, यहां पर बैडमिंटन,मुक्केबाजी, कुश्ती, कबड्डी ट्रैक और क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा जबकि 52 हेक्टेयर जमीन में खिलाड़ियों के रहने और कुछ खेलों की अकैडमी बनाई जाएगी।ओलंपिक सिटी और ओलंपिक विलेज को बनने के बाद गौतमबुद्धनगर और आसपास के जिले ही नहीं बल्कि कई राज्यों के खिलाड़ियों को भी खेलने और कैरियर बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

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