Noida News:ज़ेवर एयरपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए निर्माण कार्यों में 47 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी, सुगह और सुलभ होगा पहुंचना

Noida News:ग्रेटर नोएडा के ज़ेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए ग्रेटर नोएडा को तमाम हाईवे से जोड़ा जायेगा जिससे कि दिल्ली एनसीआर से एयरपोर्ट तक यात्री आसानी से पहुँच सके।इसके लिए ग्रेटर नोएडा से जुड़े ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनाया जाएगा। दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए जगनपुर और अफजलपुर गांव के नजदीक से इंटरचेंज निकाला जाएगा। इस इंटरचेंज को बनाने के लिए अब करीब 47 करोड़ रुपए की लागत बढ़ गई है। पहले बताया जा रहा था कि इस इंटरचेंज को बनाने में करीब 74 करोड़ रुपए खर्च होंगे, लेकिन 47 करोड़ रुपए की लागत बढ़ने के बाद इंटरचेंज बनाने की कुल राशि 122 करोड रुपए पहुंच जाएगी। यह रिपोर्ट नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ ने तैयार की है।
इंटरचेंज को बनाने के लिए 78.9% पैसा एनएचएआई देगा
जानकारी के मुताबिक इस इंटरचेंज को बनाने के लिए 78.9% पैसा एनएचएआई देगा। बाकी 21.9% पैसा यमुना विकास प्राधिकरण लगाएगा। कुल मिलाकर निर्माण में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी एनएचएआई की होगी। रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक यमुना प्राधिकरण और एनएचएआई के बीच 74 करोड़ रुपए खर्च करने को लेकर बातचीत हुई थी, लेकिन अब लागत बढ़ गई है तो जाहिर सी बात है कि दोनों को ज्यादा पैसा लगाना होगा। इसके लिए अब यमुना विकास प्राधिकरण के द्वारा उत्तर प्रदेश शासन को चिट्ठी भेजकर मंजूरी मांगी जा सकती है। आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए 76 करोड़ रुपये खर्च होने थे। इसका टेंडर देव यस कंपनी को मिला था। करीब 18 महीने में यह प्रोजक्ट बनाकर देना था, लेकिन पहले किसानों ने निर्माण शुरू नहीं होने दिया था। जिसकी मुख्य वजह किसानों को 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा नहीं मिलना था। अतिरिक्त मुआवजा नहीं मिलने से इंटरचेंज का काम अटका हुआ था। अतिरिक्त मुआवजा का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था। कुछ दिनों पहले ही किसानों और प्राधिकरण के बीच काफी मुद्दों पर सहमति बनी थी। जिसके बाद किसान जमीन देने के लिए तैयार हुए।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचाने के लिए किसी भी व्यक्ति को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आसानी से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे लोग
लोग देश के किसी भी कोने से बड़ी आसानी के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे। देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए सबसे बेहतर कनेक्टिविटी दी जाएगी।" योगी आदित्यनाथ के इन्हीं सपनों को पूरा करने के लिए यमुना विकास प्राधिकरण लगातार प्रयास कर रहा है। इसी के चलते ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनाया जाएगा।इस इंटरचेंज से लखनऊ, कानपुर, इटावा, आगरा, मथुरा और वृंदावन की ओर से आने वाले वाहन ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर चढ़कर हरियाणा के पलवल, कुंडली, सोनीपत, पानीपत, फरीदाबाद और जयपुर की ओर आसानी से आ-जा सकेंगे। इसी तरह ईस्टर्न पेरिफेरल का ट्रैफिक यमुना एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल कर सकेगा। कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच यातायात और सुगम हो जाएगा। दोनों बड़े महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे हैं। आपस में नहीं जुड़ने से लाखों वाहन रोजाना अच्छी सुविधा का लाभ उठाने से वंचित रह जाते है।इंटरचेंज बनने से यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रसवे आपस में सीधे जुड़ जाएंगे। अभी यमुना एक्सप्रेसवे से आने वाले लोगों को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर जाने के लिए (जगनपुर-अफजलपुर से सिरसा तक) 22 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। इसके बाद ग्रेटर नोएडा शहर में भीतर घुसकर पूरा शहर पार करना पड़ता है। यह इंटरचेंज बनने से यह दूरी नहीं तय करनी पड़ेगी। दूसरी तरह ग्रेटर नोएडा शहर की सड़कों से आवश्यक वाहनों का दबाव कम होगा। लोगों को भारी वाहनों के कारण लगने वाले ट्रैफिक जाम और पॉल्यूशन से निजात मिलेगी।
(Reported by Akram Khan, Edited by Shrikant Soni)