Noida News: यमुना अथॉरिटी के CEO डॉ अरुणवीर सिंह का चौथी बार सरकार ने किया सेवा विस्तार, आदेश जारी

Noida News: ग्रेटर नोएडा के यमुना औद्यॉगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह को सरकार ने चौथी बार सेवा विस्तार देते हुए आदेश जारी किया है।दरअसल,गौतमबुद्धनगर में तीन विकास प्राधिकरण है जिनमें सीईओ की नियुक्ति की जाती है लेकिन आए दिन गौतमबुद्धनगर के प्राधिकरण पर किसान और बायर्स समेत तमाम संगठन आंदोलन करते रहते हैं लेकिन यमुना विकास प्राधिकरण की बात की जाए तो यहां पर डॉक्टर अरुणवीर ऐसे अधिकारी हैं जोकि अपने ऑफिस के दरवाजे आम लोगों किसानों और क्षेत्र से जुड़े तमाम संघठनों के लिए हमेशा खोले रहते हैं।
डॉक्टर अरुण वीर सिंह की खासियतें
डॉक्टर अरुण वीर सिंह जहां व्यक्तित्व के धनी हैं वहीं उनसे कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर बिना किसी रोक-टोक के आसानी से मिल लेता है और निश्चित समय के अंदर ही उसकी समस्या का समाधान भी हो जाता है। यही वजह है कि गौतमबुद्धनगर में डॉक्टर अरुण वीर सिंह बेहद लोकप्रिय अधिकारी माने जाते हैं वहीं अगर अन्य प्राधिकरण की बात की जाए तो सीईओ के ऑफिस तक पहुंचने में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है और काम नहीं होने पर दलालों के पास जाना पड़ता है।
बेदाग़ और इमानदार छवि
बेदाग़ और इमानदार छवि होने की वजह से सरकार ने चौथी बार उनका सेवा विस्तार किया है। रिटायरमेंट के बाद भी अगर किसी अधिकारी को सरकार चौथी बार सेवा विस्तार दे रही है तो कहीं ना कहीं वह काफी लोकप्रिय और धरातल पर काम करने वाला भी है।सरकार की ओर से औद्योगिक अवस्थापना आयुक्त मनोज सिंह ने आदेश जारी कर इसकी जानकारी दी है। अरुणवीर सिंह का कार्यकाल दिसंबर 2023 तक के लिए बढ़ाया गया है आपको बता दें कि उक्त दिनांक तक अरुणवीर जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यमुना प्राधिकरण के सीईओ बने रहेंगे।
परियोजनाओं को तय समय में कर रहे हैं पूरा
बिना थके बिना रुके डॉक्टर अरुण वीर सिंह लगातार सरकार की परियोजनाओं को तय समय पर पूरा करने के लिए लगे हुए हैं अब से पहले भी सरकार ने उनका कार्यकाल हर साल एक 1 वर्ष के लिए तीन बार उनका कार्यकाल बढ़ाया था लेकिन अब की बार 6 महीने के लिए उनका कार्यकाल फिर बढ़ाया गया है।सरकार ने वर्ष 2016 में डॉ अरुणवीर सिंह को ग्रेटर नोएडा के यमुना अथॉरिटी का सीईओ बनाकर भेजा था लेकिन उस समय यमुना अथॉरिटी की हालत बेहद खस्ता थी काफी समय तक लगातार घाटा होने की वजह से यह भी अनुमान लगाया जा रहा था कि यमुना प्राधिकरण को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में मर्ज किया जा सकता है लेकिन तमाम परियोजनाएं आने के बाद और अरुण वीर सिंह की लगातार मेहनत की वजह से ही पिछले वर्ष वर्ष 460 करोड़ का शुद्ध मुनाफा इस प्राधिकरण ने कमाया था।
अब देखना होगा किस तरह से पार करते हैं चुनौती
अब से पहले ग्रेटर नोएडा और नोएडा प्राधिकरण के लिए कर्मचारी और अधिकारी सिफारिश और जुगाड़ बाजी में लगे रहते थे लेकिन मौजूदा समय में जहां यमुना प्राधिकरण के कई सेक्टरों में लोग निवेश कर रहे हैं और बेहद पॉश सोसाइटी बनाई जा रही हैं इसके साथ ही कई बड़े प्रोजेक्ट भी लग रहे हैं इसी सब को देखते हुए अब कर्मचारियों का भी पोस्टिंग की पहली इच्छा यमुना विकास प्राधिकरण ही रहता है। अब देखना होगा कि अपने चौथी बार बढ़े हुए कार्यकाल में यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह गौतमबुद्धनगर के निवासियों के लिए और क्या विशेष परियोजनाओं को धरातल पर उतार पाते हैं।
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