आपके मोबाइल नंबर में छुपा हो सकता है अच्छी किस्मत का राज, जानिए कैसे?

ज्योतिष विद्या में अंक ज्योतिष के लिए प्रत्येक ग्रह के लिए 1 से 9 तक अंक है. इन्ही ग्रहों के कारण किसी भी मनुष्य के जीवन में उतार चढ़ाव आते है, और इन ग्रहों के 9 अंक ही इन पर प्रभाव डालते है.
प्रत्येक मनुष्य के जीवन में अंकों का एक विशेष स्थान होता है। किसी व्यक्ति के लिए कोई भी नंबर विशेष हो सकता है, क्योंकि हर नंबर की अपनी विशेषता है. अंक ज्योतिष एक महत्वपूर्ण विद्या है, इससे हम किसी भी व्यक्ति की आर्थिक, मानसिक, पारिवारिक और सामाजिक स्थिति का वर्णन कर सकते है. हम व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान की भी घटनाओं से मुखातिब करा सकते है.
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में कुछ ऐसे नंबर होते है जिन्हे वह नहीं बदल सकता. उद्धरण स्वरूप जन्म तिथि, आधार कार्ड संख्या, पेन कार्ड संख्या इत्यादि.
किंतु किसी भी मनुष्य के मोबाइल नंबर के साथ ऐसा नहीं हो सकता, क्योंकि हम मोबाइल नंबर को अपनी सुविधा और जरूरत के अनुसार बदल सकते है. यदि किसी नंबर से हम लाभ मिल रहा है और वह नंबर हमारे मोबाइल नंबर में नही है तो हम बदल कर दूसरा बार ले सकते है.
मोबाइल नंबर का प्रभाव कैसे पड़ता है
यदि आपकी जन्म तिथि 12 या 21 है तो आप पैसे को संभाल कर खर्च करते है और उनकी बचत करना जानते है.
यदि आपका मोबाइल नंबर में 13 अंक अंत में है तो आप अधिक जिम्मेदारी उठा सकते है.
अगर अपने मोबाइल के अंक 45 या 54 एक साथ है तो आपको आपके बच्चो के साथ संबंध में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
अब बात करते है की व्यापार में नंबर कैसे लाभदायक है
किसी भी व्यक्ति के व्यक्तिगत एवं व्यवसायिक जीवन में उतार चढाव आते रहते है और इन उतर चढ़ावों के पीछे अंकों का बड़ा महत्व होता ह. उदहारण के लिए, अगर कोई व्यापारी है और उसके व्यापार में परेशानी आ रही है तो उसे व्यापार के अंक में अपने मोबाइल नंबर में रखने चाहिए. इसी प्रकार, अगर किसी पर कर्ज हो गया है और बहुत प्रयास के बाद भी उतर नही रहा तो ऐसे व्यक्ति के मोबाइल नंबर में ऐसे अंक होंगे जो कर्ज बढ़ाने वाली स्थिति उत्त्पन्न करते हों। यथार्थ, ऐसे व्यक्तियों को तत्काल नंबर बदल देना चाहिए.
इसके अलावा, अगर किसी व्यक्ति को सरकारी नौकरी बहुत प्रयासों के बाद भी नहीं मिलती तो कही ना कही कोई अंक परेशानी उत्पन्न कर रहा है. साथ ही साथ, जन्मकुंडली का भी अवलोकन भी आवश्यक होता है इससे बाकि की स्थितियों का विशुद्ध विश्लेषण हो पाता है. तत्पश्चात, हल निकलना आसान हो जाता है.
यह भी पढ़ें: हिंदू धर्म में महिलाएं क्यों नही फोड़ती है नारियल, जानिए