सूर्य को अर्घ्य देते समय कभी न करें यह काम?
Jun 19, 2021, 20:06 IST
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को सभी ग्रहों का अधिपति माना गया है. सूर्यदेव को जल चढ़ाने से व्यक्ति को जीवन की हर परेशानी से मुक्ति मिलती है. सूर्य देव को अर्घ देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. सूर्य को जल चढ़ाने से जहां मन को शांति का अनुभव होता है, वहीं पर शरीर के रोग और जिंदगी में खुशहाली आती है. सूर्यदेव को प्रति दिन सुबह अर्घ लगाने से वह प्रसन्न हो जाते हैं. लेकिन यदि अर्घ लगाते समय आप गलती करते है तो सूर्यदेव उतनी ही जल्दी क्रोधित भी हो जाते हैं. सूर्यदेव की पूजा के लिए रविवार का दिन विशेष माना जाता हैं.
सूर्य को अर्घ्य देते समय क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए
- सूर्यदेव को जल नहाने के बाद ही अर्पित करना चाहिए.
- सूर्य का अरग ब्रह्म मुहूर्त में यानी 8 बजे से पहले ही लगाना चाहिए.
- अर्घ्य देते समय हमें तांबे के पात्र का ही इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा चांदी, स्टील, कांच के बर्तनों से परहेज करना चाहिए.
- सूर्य के साथ नवग्रह भी मजबूत बनते हैं, जल अर्पित करने से पहले उसमें कई लोग गुड़ और चावल मिलाते हैं ऐसा न करें.
- सूर्यदेव को पूर्व दिशा में ही जल अर्पित किया जाता है. यदि कभी सूर्य के दर्शन न हो तो आप पूर्व दिशा में जल को अर्पित कर के अरग लगा सकते है.
- सूर्य को जल अर्पित करते समय उसमे पुष्प या चावल जरूर रखे.
- सूर्य को जल अर्पित करते समय मंत्र का जाप करें.
यह भी पढ़ें: Mata Tulsi के जन्म की अनोखी कहानी, जानिए कैसे हुई अवतरित?