Aaj ka Panchang: निर्जला एकादशी पर पूजन का ये है शुभ मुहूर्त, इस दिन दान और स्नान का है विशेष महत्व....

 
Aaj ka Panchang: निर्जला एकादशी पर पूजन का ये है शुभ मुहूर्त, इस दिन दान और स्नान का है विशेष महत्व....

Aaj ka Panchang:  हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है. इसी के माध्यम से व्यक्ति के जीवन में शुभ और अशुभ समय का पता चलता है. पंचांग ज्योतिष शास्त्र के पांच अंगों से मिलकर बना होता है. जिसके द्वारा ही व्यक्ति को प्रतिदिन के मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय, सूर्यास्त, तिथि, नक्षत्र, चंद्रमा और सूर्य की स्थिति, वार, योग इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त होती है. ऐसे में हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आज का पंचांग (Aaj ka panchang) बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं.... ऐसे में हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आज का पंचांग (Aaj ka panchang) बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं....

यहां पढ़िए आज का पंचांग (Aaj ka panchang)....

दिनांक: 11 जून 2022
दिन: शनिवार
ऋतु: ग्रीष्म
अयन: उत्तरायण
माह: ज्येष्ठ
पक्ष: शुक्ल
दिशासूल: दक्षिण
सूर्य: वृष राशि
चंद्र: तुला राशि
सूर्योदय: प्रात: 05:22
सूर्यास्त: सायं 07:18
आज का व्रत: निर्जला एकादशी
योग: परिघ (रात्रि 08:46 तक)
करण: विष्टि (प्रात: 08:21 तक)
तिथि: एकादशी (प्रात: 05:43 तक)
नक्षत्र: स्वाति (रात्रि 02:05 तक)
शुभ मुहूर्त: अभिजीत मुहूर्त: (प्रात: 11:53 से 12:45 तक)
विजय मुहूर्त: (रात्रि 02:31 से 03:26 तक)
अमृत काल (प्रात: 10:27 से 12:03 तक)
गोधली मुहूर्त: (प्रात: 06:41 से 07:06 तक)
ब्रह्म मुहूर्त: (प्रात: 04:08 से लेकर 04:56 बजे तक)
राहुकाल:(दोपहर 09:00 से 10:30 तक)
शक संवत: 1944
विक्रम संवत: 2079

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उपाय: आज शनिवार के दिन शनिदेव की आराधना करें. आज के दिन शनि देव की बुरी नज़र से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं. आज के दिन सरसों के तेल का दीया जलाने से लाभ होगा. आज के दिन यदि आप शनि देव की बुरी दृष्टि से बचना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन काले रंग की वस्तुओं का दान करें. आज के दिन शनि देव के साथ माता काली की उपासना कर सकते हैं.

इस बार निर्जला एकादशी का व्रत 10 और 11 जून 2022 को रखा जाएगा. निर्जला एकादशी का व्रत रखने पर आपको शेष 23 एकादशियों के व्रत का लाभ मिलता है. निर्जला एकादशी पर व्रत रखने से आपको मोक्ष की प्राप्ति होती है. और तीर्थ के बराबर पुण्य मिलता है. निर्जला एकादशी पर व्रत रखने से व्यक्ति को अपने पापों से भी सदा के लिए छुटकारा मिल जाता है.

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