सावन के बाद अब छाएगा गणेशोत्सव और जन्माष्टमी का उल्लास, जानिए इस महीने के खास दिनों के बारे में
शिव के खास सावन महीने का रविवार को समापन हो गया, अब सोमवार से भादौ मास की शुरुआत होगी। सावन मास के बाद 29 दिनों के भौदो मास में कृष्ण आराधना के साथ गणेशोत्सव का उल्लास छाएगा।
भाद्रपद महीना हिन्दू पंचांग का छठा जबकि चातुर्मास का दूसरा महीना होता है। भाद्रपद 23 अगस्त से 20 सितंबर तक रहेगा। सावन में जिस तरह लोग शिवमय हो जाते है वैसे ही भादौ में भगवान कृष्ण और भगवान गणेश के रंग में रंग जाते हैं। माना जाता है कि उनकी आराधना से व्यक्ति का पुण्यबल मजबूत होता है और कार्य में सफलता मिलती है। इस महीने में सनातन धर्म के कई तीज त्योहार मनाए जाते हैं।
जन्माष्टमी का त्योहार
कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी के आठ दिन पहले से तैयारी शुरू हो गई है, 30 अगस्त तक कि आरती और प्रसाद का शेड्यूल और टाईम फिक्स कर दिया गया है, भक्तों को ऑनलाइन दर्शन की सुविधा दी जाएगी।
दस दिनी जैन समाज के पर्यूषण पर्व
इस माह में दिगंबर जैन समाज के आत्मोत्थान का दस दिनी पर्यूषण पर्व 10 से 19 सितंबर तक होंगे। इसमें संतों के सानिध्य समाजजन तप साधना करेंगे। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस महीने के त्योहारों की लिस्ट
23 अगस्त को भुजरिया
25 अगस्त को कजली तीज
28 अगस्त हल छठ
30 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी
31 अगस्त को गोगा नवमी
2 सितंबर को जया एकादशी व्रत
6 सितंबर को कुश ग्रहणी अमावस्या
9 सितंबर को हरितालिका तीज
10 सितंबर को गणेश चतुर्थी
10 सितंबर से जैन समाज का पर्यूषण पर्व
11 सितंबर को ऋषि पंचमी
13 सितंबर को ज्येष्ठा गौरी पूजन
19 को अनंत चतुर्दशी
भाद्रपद का पंचांग कृष्नपक्ष में शुभ माना जाता है, इस महीने गणेशोत्सव के साथ ही पूजा विधि की शुरुआत होती है। इतने तीज त्योहारों की वजह से ही हिन्दू धर्म को संस्कार और संस्कृति का प्रतीक माना गया है।
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