Chanakya Niti: अगर घर का मुखिया होगा ऐसा, तो परिवार वालों पर आ सकता है संकट...
Chanakya Niti: घर का मुखिया घर के सभी सदस्यों में वह प्रमुख व्यक्ति होता है जो घर की बागडोर को बांध कर रखता है. यह एक प्रकार से परिवार का लीडर होता है जो परिवार को सुचारू रूप से चलाता है तथा घर के हर निर्णय को बेहद उचित विस्तार के साथ लेता है. लेकिन क्या हर कोई सदस्य का मुखिया बन सकता है? या किसी मुखिया के अंदर ऐसे कौन से गुण मौजूद होने चाहिए जिससे वह अपने परिवार का समुचित विकास कर सकें तथा समस्याओं को उचित तरीके से हल कर सके.
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दरअसल चाणक्य नीति के अनुसार अगर किसी राज्य का राजा मजबूत हो तो कोई भी उस राज्य को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है, उसी प्रकार जब किसी घर का मुखिया मजबूत होता है तो कोई भी उस घर को नुकसान नहीं पहुंचा सकता व वह घर दिन प्रतिदिन वृद्धि करता है. चाणक्य नीति के अनुसार एक मुखिया के बिना लोगों को बताया गया है, तो आइए जानते हैं...
एक मुखिया के अंदर कौन-कौन से होने चाहिए गुण?
घर के मुखिया को कान का कच्चा नहीं होना चाहिए
चाणक्य नीति के अनुसार घर के मुखिया को कान का कच्चा नहीं होना चाहिए कहने का अभिप्राय यह है कि जो व्यक्ति घर का उपयोग होता है उसे सभी बातों की पुष्टि निश्चित रूप से करनी चाहिए और उसके बाद ही उससे संबंधित कोई निर्णय लेना चाहिए. यदि वह इस गुण को अपने अंदर नहीं पाता है तो वह अपने परिवार का भला नहीं कर सकता है.
सोच-समझकर कोई फैसला लेना चाहिए
घर के मुखिया को कोई भी निर्णय सोच समझ कर लेना चाहिए. यदि घर के मुखिया के अंदर सोच समझकर निर्णय लेने का गुण नहीं है तो वह गलत निर्णय उसे अपने घर को तबाह कर सकता है. सोच समझकर निर्णय लेने के लिए मुखिया को भविष्य की और वर्तमान के आवश्यकता और परिस्थितियों के आधार पर फैसला लेना चाहिए.
अपने निर्णयों पर रहना होगा अडिग
घर के मुखिया के अंदर निर्णयों पर अडिग रहने का गुण होना चाहिए. यदि घर का मुखिया अपने निर्णय पर अडिग रहता है तो उसके निर्णयों का सम्मान और क्रियान्वयन तेजी से मिलता है लेकिन इसके अलावा यदि घर का मुखिया ही अपने निर्णयों में फेरबदल करता रहता है तो उससे परिवार के सदस्य को काफी परेशानी और नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
धन नियोजन बनाकर रखें
किसी भी परिवार की विभिन्न आवश्यकता धन के द्वारा ही पूरी की जाती हैं. ऐसे में मुखिया का यह गुण होना चाहिए कि वह घर की आय को व्यय के आधार पर नियोजित करके योजना बनाए. जब घर का मुखिया धन योजना उचित रूप से करता है तो घर के समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति संतुलित रूप से हो पाती है.
अत्यधिक खर्चीला नहीं होना चाहिए
घर के मुखिया में यह गुण अवश्य होना चाहिए कि अत्यधिक खर्चीला ना हो. घर के मुखिया को घर के समस्त सदस्यों की आवश्यकताओं और इच्छाओं को ध्यान में रखते हुए धन खर्च करना चाहिए. घर का मुखिया यदि अधिक खर्चीला होगा तो घर की वित्तीय स्थिति बेहद बिगड़ जाएगी ऐसे में यह गुण एक मुखिया के अंदर होना आवश्यक है.