Chanakya Niti: आपके जीवन में भी घटित हो रहा है ऐसा कुछ, तो समझिए होने वाला कुछ बहुत बुरा
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वानों में से एक हैं. जिनकी चाणक्य नीति ने कई मनुष्यों के जीवन का उद्धार किया है. आचार्य चाणक्य ने इस नीति शास्त्र के अन्तर्गत कुछ ऐसे संकेतों का वर्णन किया है जिनका सीधा संबंध आर्थिक स्थिति से होता है.
दरअसल कुछ ऐसी घटनाएं हमारे घर या आसपास घटित होती हैं जो आर्थिक संकट के आने का संकेत देती हैं. यूं तो आचार्य चाणक्य ने सफलता, असफलता, वैवाहिक जीवन, प्रेम जीवन, पुरुष व महिलाओं के स्वभाव इत्यादि विषयों पर कई बिंदुओं को प्रकट किया है.
लेकिन इसी के साथ चाणक्य ने आर्थिक संकट का संकेत देने वाली घटनाओं का भी वर्णन किया है. इस प्रकार चाणक्य के द्वारा लिखी गई चाणक्य नीति के मुताबिक यह पांच संकेत आपके जीवन अथवा घर में आर्थिक संकट आने की ओर इशारा करते हैं.
तुलसी के पौधे का सूखना
हिंदू धर्म के अनुसार, तुलसी एक अत्यन्त पूजनीय व पवित्र पौधा है. जिसे हर एक पूजा पाठ में मुख्य रूप से प्रयोग किया जाता है. तुलसी के बिना श्री कृष्ण का भोग अधूरा माना जाता है. इसके साथ ही इसमें माता लक्ष्मी का वास भी माना जाता है.
इस प्रकार इस पौधे का घर में होना अत्यंत शुभ माना जाता है. लेकिन अगर आपकी तुलसी अचानक से सूखने लगी है तो इसका मतलब है कि आपके जीवन में पैसे से जुड़ी बड़ी समस्याएं आ सकती है. यह संकेत आपके भविष्य में खतरे की ओर इशारा करता है.
घर में लड़ाई-झगड़ा होना
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस घर में क्लेश बना रहता है. परिवार के सदस्य आपस में लड़ाई झगड़ा करते हैं. वहां माता लक्ष्मी का वास कभी नहीं होता है. ऐसे घरों में माता लक्ष्मी की कृपा नहीं रहती है,
जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बद से बद्तर होना शुरू हो जाती है. इस प्रकार यदि आपके घर में लड़ाई झगड़ा रहता है तो यह आपके आर्थिक कमजोरी का संकेत है.
शीशा टूटना है अशुभ
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में शीशा टूटना शुभ माना जाता है. इसके अतिरिक्त आचार्य चाणक्य कहते हैं कि शीशा टूटना आर्थिक परेशानियों का एक बड़ा संकेत है.
घर में नास्तिकता
ऐसा माना जाता है कि जिस घर में भगवान का ध्यान होता है और पूजा पाठ होती है वहां उनकी कृपा बनी रहती है. भगवान की कृपा से ऐसे घर में सुख व समृद्धि के साथ धन की कभी कमी नहीं रहती है.
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ऐसे में जिस घर में पूजा पाठ नहीं की जाती है वहां आर्थिक परेशानियों का आना स्वाभाविक है. घर के सदस्यों की नास्तिकता परिवार के आर्थिक पतन की ओर इशारा करता है.