Chanakya niti: ये 7 लोग होते हैं बेहद ही सम्मानजनक, भूल से भी ना करें इनका अपमान…..
chanakya niti: चाणक्य द्वारा बताई गई बातें और उनकी नीतियां किसी भी व्यक्ति के लिए काफी जरूरी होती हैं. अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सफलता हासिल करना चाहता है, या उसे एक बेहतर इंसान बनना है. तो उसे चाणक्य की कही बातों का जरूर ही अनुसरण करना चाहिए. इसी तरह से चाणक्य ने उन बातों के बारे में भी बताया है, जिनको मानकर कोई भी व्यक्ति एक आदर्श जीवन व्यतीत कर सकता है. साथ ही चाणक्य ने व्यक्ति को जीवन जीने के लिए अनेक प्रकार की नीतियों के बारे में बताया है.
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जिनका पालन करके कोई भी व्यक्ति जीवन में सफल हो सकता है. लेकिन कई बार कुछ लोग आदर्श जीवन जीने की जगह अपने जीवन को व्यर्थ ही गंवा देते हैं. ऐसे में हमारे आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको ऐसे ही लोगों के बारे में बताने वाले हैं, जोकि काफी सम्मानीय है, औऱ अगर कोई व्यक्ति भूल से इनका अपमान कर दें. तो आपको जीवन में कई तरह के संकटों से जूझना पड़ सकता है. तो चलिए जानते हैं…..
कौन है वे लोग, जिनका अपमान करना आपको पड़ सकता है भारी…
चाणक्य नीति में एक बड़ा ही प्रसिद्ध कहावत है कि….
पादाभ्यां न स्पृशेदग्निं गुरु ब्राह्मणमेव च ।
नैव गां न कुमारीं च न वृद्धं न शिशुं तथा ।।
अर्थात् अग्नि, गुरु, ब्राह्मण, गौ, कुमारी, वृद्ध और शिशु इन सबको पैर से कभी नहीं छूना चाहिए ।
भूल से भी कभी अग्नि को पैर से नहीं छुना चाहिए. इससे एक तो आपको जलने का खतरा रहता है. दूसरा अग्नि को शास्त्रों में देवता का दर्जा दिया गया है. इतना ही नहीं, किसी भी शुभ काम को करने से पहले अग्नि को साक्षी माना जाता है. इसलिए अग्नि को कभी पैर नहीं मारना चाहिए, ना ही अपमान करना चाहिए.
ब्राह्मण हमारे समाज के सबसे बुद्धिमान और सम्मानित लोगों में से एक होते हैं. ऐसे में हमें कभी भी धोखे से भी ब्राह्मणों का अपमान नहीं करना चाहिए.
इस दुनिया में माता पिता के बाद गुरु का सबसे बड़ा दर्जा होता है. इसलिए कभी भी गुरु का तिरस्कार या अपमान नहीं करना चाहिए. जबकि गुरु के पैर छुने से आपके भाग्य में वृद्धि होती है.
कुंवारी कन्याओं को सदैव देवी तुल्य माना जाता है. इसलिए कन्याओं को कभी पैर नहीं मारना चाहिए. जबकि छोटी कन्याओं के पैर छूकर सदैव उनका आशीर्वाद लेना चाहिए.
आपको घर के बड़े-बुजुर्गों का सदा सम्मान करना चाहिए. उनके पैर छूकर सदैव आशीर्वाद लेना चाहिए. अन्यथा उनका अपमान करके आपके ग्रह रुष्ठ हो जाते हैं.
कभी भी गौ माता को पैर मारकर उनका अपमान करना चाहिए, इससे आपका भाग्य रूठ जाता है.
बच्चे जोकि भगवान का रूप होते हैं, उनका कभी भी अनादर नहीं करना चाहिए. उन्हें कभी भी पैर से ठोकर नहीं मारना चाहिए.