Dev Uthani Ekadashi 2022: देवउठनी एकादशी पर कतई न करें ये तीन काम, रूठ जाते हैं विष्णु भगवान!

 
Dev Uthani Ekadashi 2022: देवउठनी एकादशी पर कतई न करें ये तीन काम, रूठ जाते हैं विष्णु भगवान!

Dev Uthani Ekadashi 2022: देशभर में देवउठनी एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि इसके आने से शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं. पंजाब के हिसाब से इस बार देवउठनी एकादशी का व्रत कल यानि 4 नवंबर को रखा जाएगा इस दिन ही तुलसी माता की पूजा भी की जाएगी. वहीं आज हम आपको बताएंगे कि देवउठनी एकादशी पर ये तीन काम बिल्कुल भी न करें क्योंकि इससे माता तुलसी और भगवान विष्णु दोनों ही रूठ जाते हैं तो चलिए जानते हैं...

1. तुलसी के पत्ते न तोड़े

इस बात का ध्या रखें कि देवउठनी एकादशी के दिन प्रभु शालीग्राम और माता तुलसी का विवाह कराया जाता है, इसलिए ऐसे में इस दिन तुलसी के पत्तों को तोड़ना नहीं चाहिए. हालांकि पहले के जमीन पर गिर हुए तुलसी के पत्तों का आप उपयोग कर सकते हैं.

2. प्याज, लहशन या मांस का सेवन न करें

कल के दिन ध्यान रखें कि प्यास, लहसन या मास मछली जैसा तामसिक भोजन बिल्कुल भी न करें. एकादशी के दिन साधारण भोजन ही करना चाहिए, क्योंकि इस दिन आप व्रत होते हैं. साथ ही घर के सदस्यों को दारू भी नहीं पीनी चाहिए.

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3. इस दिन न खाएं चावल

एकादशी के दिन घर में चावल नहीं बनाने चाहिए क्योंकि मान्यता है कि चावल का सेवन करने से व्यक्ति अगले जन्म में रेंगने वाले जीव की योनि पाता है. इसलिए न तो घर में कल चावल बनाएं औऱ न ही बाजार से मंगवा कर खाएं. कल आप केवल सामान्य रूप से दाल रोटी का ही सेवन करें.

ये है शुभ मुहूर्त

जानकारी के मुताबिक आपको 04 नवंबर यानि शुक्रवार को देवउठनी एकादशी के दिन सुबह 06 बजकर 35 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 42 मिनट के मध्य तक आप भगवान विष्णु की पूजा लेनी चाहिए, क्योंकि यह पूजा करने का शुभ मुहूर्त है. इसके अलावा सुबह 09 बजकर 20 मिनट से सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त है.

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