जीवन में सदा सुखी रहने के लिए अपनाएं लाल किताब के ये उपाय

 
जीवन में सदा सुखी रहने के लिए अपनाएं लाल किताब के ये उपाय

लाल किताब के द्वारा ग्रहों के शुभ-अशुभ दुष्प्रभाव को दूर करने वाले उपायों को बताया गया हैं. साधारण भाषा में इन उपायों को टोटका भी कहा जाता है. टोटका उसी प्रकार काम करते हैं, जिस प्रकार बारिश के समय छतरी शरीर को भीगने से बचाती है. क्योंकि बरसात को नहीं रोका जा सकता उपाय किए जा सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र में मानव जीवन सुखी रहने के लिए लाल किताब का अधिक महत्व है ज्योतिषियों के अनुसार इस किताब में कुछ तांत्रिक प्रकृति के उपाय पाए जाते हैं. यदि जातक इन उपायों को श्रद्धा से पूर्ण करता है, तो उसके जीवन में तुरंत ही सौभाग्य का उधर हो जाता है. लाल किताब उत्तर भारत में खासकर पंजाब में अधिक प्रसिद्ध है. अब पूरे भारत में धीरे-धीरे इसका प्रचार हो रहा है. इसे पसंद करने की मुख्य वजह इसके सरल, सस्ते और सटीक उपाय हैं.

लाल किताब

यही एक प्रकार की किताब लमाही है इस किताब का नाम लाल किताब इसलिए पड़ा जो इस किताब के लेखक थे उनके जींद का रंग लाल था इसी से लाल किताब के रूप में पहचाना जाने लगा इस किताब में मानव को ग्रहों के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए काफी सिद्ध, सरल, एवं सस्ते उपायों को बताया गया है. जो इस प्रकार हैं -

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-लाल किताब के अनुसार नाक, कान कुंडली के आधार पर छिदवाना चाहिए. 43 दिन तक नाक में चांदी और कान में सोने का तार डालकर रखें.
-ढक्कन लगी चांदी की डिब्बी में पानी भरकर अपने घर की तिजोरी या अलमारी में रखें. या फिर चांदी का छोटा चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें.
-अगर संभव हो तो अपने घर में पत्थर की बनी छोटी सी घड़ी रखें.
-घर के किसी उचित स्थान पर मिट्टी के बर्तन में शहद भर कर रखें.
-गन्ने की गुड़ को घर में रखे और खाना खाने के बाद नियमित रूप से थोड़ी-थोड़ी खाएं.
-खाना खाने के बाद कुत्ते को प्रतिदिन रोटी डालें.
-मंदिर या आसपास की घरेलू टीकमगढ़ भोजन और उनकी जरूरत नहीं चीजों का, हो सके तो पीले वस्त्र, धार्मिक पुस्तकें, पीले खाने योग्य पदार्थ दान करें.
-पशु-पक्षियों, वृक्षों के लिए उचित जल की व्यवस्था करें.
-शनिवार के दिन मंदिर या जरूरतमंदों को खिचड़ी का दान करें. द्वार पर आए भिखारी को कभी खाली हाथ ना लौटाए.
-नारियल को अपने घर के सदस्यों के ऊपर से 21 बार उतार कर अग्नि में जला दे या फिर बहते हुए पानी में बहा दें.
-सोते समय किसी ताबें के बर्तन में पानी भरकर रखें और सुबह होते ही घर के मुख्य द्वार पर डाल दें.
-नवरात्रि या बुधवार के दिन छोटी कन्या को हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियां दान करें और साथ ही खीर, मिश्री आदि का भोजन कराएं.
-कपूर का प्रयोग घर में सुबह शाम करें जिससे सुगंध वातावरण बना रहे.
-किचन में अधिक से अधिक ताबे और पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए.
-हमेशा अच्छा सोचें और सोच समझकर बोले, लड़ाई झगड़ा, झूठ बोलना, गाली देना, ग्रह कलेश आदि से बचना चाहिए.

यदि आप इन उपायों को श्रद्धा भाव के साथ पूर्ण करते हैं तो लाभ अवश्य मिलेगा.

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