Ganesh laxmi pujan: गणेश जी और माता लक्ष्मी की एक साथ क्यों होती है पूजा? ये है वजह...
Ganesh laxmi pujan: हिंदू धर्म में बुधवार के दिन भगवान गणेश की आराधना की जाती है. इसके साथ ही किसी भी शुभ काम से पहले गणेश और लक्ष्मी जी का पूजन अवश्य किया जाता है. भगवान गणेश जहां व्यक्ति के जीवन में उसे बल-बुद्धि का आशीर्वाद देते हैं और उसे संकट से बचाते हैं, तो वही माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक दिक्कतें दूर हो जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सदैव माता लक्ष्मी और गणेश जी की आराधना एक साथ क्यों की जाती है? इसके साथ ही दिवाली के दिन भी इन दोनों का पूजन एक साथ किया जाता है. जिसके पीछे कुछ एक वजह मौजूद हैं जिनके बारे में हम आपको आज बताने वाले हैं, क्योंकि भगवान गणेश जो कि व्यक्ति के जीवन में उसे बल बुद्धि और विवेक का आशीर्वाद देकर उसके जीवन की नैया को पार लगाते हैं, माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति को जीवन में आर्थिक संकट नहीं देना पड़ता है,
ऐसे में इन दोनों का पूजन करने से व्यक्ति को जीवन में हर सुख की प्राप्ति होती है, जिसके बारे में हमें जानना आवश्यक है कि आखिर क्यों माता लक्ष्मी और गणपति का एक साथ किया जाता है पूजन?
माता लक्ष्मी और गणेश जी की कहानी (Ganesh laxmi pujan)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार जब माता लक्ष्मी को इस बात का घमंड हो गया था कि संपूर्ण विश्व उनकी पूजा करता है और उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है.
ऐसे में भगवान विष्णु ने माता लक्ष्मी को बताया कि आपकी समस्त संसार आपकी पूजा करता है लेकिन फिर भी आप अपूर्ण है, ऐसा इसलिए क्योंकि कोई भी स्त्री बिना संतान के अपूर्ण ही रहती है.
जिसके बाद माता लक्ष्मी का सारा घमंड चूर चूर हो गया और उन्होंने माता पार्वती से यह विनती की कि वह अपने दोनों पुत्रों में से किसी एक को उन्हें गोद दे दें,
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जिसके बाद माता पार्वती ने अपनी सखी माता लक्ष्मी को भगवान गणेश को गोद दे दिया, तब से गणेश जी को माता लक्ष्मी के पुत्र के तौर पर पूजा जाता है और इनका एक साथ पूजन भी किया जाता है.