Hanuman Jayanti 2022: हनुमानोत्सव के दिन कीजिए बजरंगबली के 10 अनोखे मंदिरों के दर्शन, जहां होती है हर मनोकामना की पूर्ति...
Hanuman Jayanti 2022: कलियुग के देवता हनुमान जी हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक माने जाते हैं. कल यानि 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव/ जयंती मनाई जाएगी.
माना जाता है कि इस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था. हनुमान जी की माता का नाम अंजनी और पिता का नाम केसरी है.
हनुमान जी भगवान श्री राम के भक्त थे, जिन्होंने जीवन भर प्रभु श्री राम की सेवा की. हनुमान जी अपने भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होने के बाद उन्हें मनचाहा वरदान देते हैं.
जिस कारण इनके हजारों लाखों भक्त हैं, जोकि हर मंगल और शनिवार बजरंगबली की सच्चे मन से आराधना और भक्ति करते हैं.
हनुमान जी लोकप्रियता के चलते भारत समेत सम्पूर्ण विश्व में इनके अनेकों मंदिर मौजूद हैं, जिनका धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है.
हमारे आज के इस लेख में हम आपको कल हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में हनुमान जी के उन मंदिरों के बारे में जानकारी देने वाले हैं, जोकि काफी महत्वपूर्ण हैं.
और जहां के बारे में कहा जाता है कि यहां जो भी व्यक्ति हनुमान जी के दर्शन के लिए आता है, बजरंगबली उसकी हर मनोकामना को पूरा करते हैं.
यहां जानिए भारत के 10 खास हनुमान जी के मंदिरों के बारे में…
- बालाजी मंदिर, मेहंदीपुर (राजस्थान)
राजस्थान राज्य में स्थित बालाजी का ये मंदिर काफी खास है. कहा जाता है कि इस मंदिर में जो भी व्यक्ति भूत, प्रेत, बुरी आत्माओं और पिशाच से परेशान होता है, वह यहां आकर इन सबसे छुटकारा पा लेता है.
मान्यता है कि इस मंदिर में हनुमान जी की जो मूर्ति स्थापित है वह पत्थर की चट्टान में स्वयं ही उभरकर आई थी.
जिस कारण इस मंदिर में बजरंगबली के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और यहां आकर अपनी परेशानियों का हल पाते हैं.
- लेटे हनुमान जी का मंदिर, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
गंगा नदी के किनारे स्थित इन मंदिर की विशेष धार्मिक मान्यता है. यहां हनुमान जी की प्रतिमा खड़े नहीं, बल्कि लेते हुए आकार में है.
कहा जाता है कि जिस जगह पर हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा मौजूद हैं, वहां पौराणिक कथा के मुताबिक, हनुमान जी के विश्राम किया था.
हनुमान जी की इस लेटी हुई प्रतिमा को देखने के लिए दूर दूर से लोग यहां आते हैं. हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा करीब 20 फीट लंबी है, जिसे बाढ़ आदि आने पर दूसरी जगह ले जाकर स्थापित कर दिया जाता है,
फिर पुन वहीं ले जाया जाता है. कहा जाता है कि जब यहां बाढ़ आती है, तो गंगा मैया हनुमान जी के चरण स्पर्श करके बाहर ही बाहर लौट जाती हैं.
- संकटमोचन मंदिर, काशी (बनारस)
रामायण के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान जी के इस मंदिर का निर्माण कराया था. जिन्होंने इसी मंदिर के नीचे बैठकर रामचरितमानस के कुछ भाग लिखे थे. इस मंदिर की विशेष धार्मिक महत्ता है.
- भेंट द्वारिका हनुमान मंदिर, गुजरात
गुजरात में स्थित इस मंदिर में हनुमान जी अपने पुत्र मकरध्वज के साथ विराजमान है. हनुमान जी के ये वहीं पुत्र है, जिनका जन्म हनुमान जी के पसीने से हुआ था, जोकि एक मछली या मगर के ऊपर गिर गया था.
ये मंदिर गुजरात में भेंट द्वारिका नामक स्थान से करीब 4 मील की दूरी पर मौजूद है. जहां हनुमान जी के दर्शन के लिए उनके भक्त दूर दूर से आते हैं.
- सालासर हनुमान मंदिर, राजस्थान
ये मंदिर राजस्थान के चुरु नामक स्थान पर बना हुआ है. जिस मंदिर की भी विशेष धार्मिक मान्यता है. कहा जाता है कि इस मंदिर में हनुमान जी दाढ़ी मूंछ के साथ विराजमान है. जोकि एक किसान को खेती के दौरान मिली थी.
जिसके बाद इस मूर्ति को सालासर में हनुमान जी का मंदिर बनवाकर सोने से जड़वाकर स्थापित करवा दिया गया. इस मंदिर में हनुमान जयंती से पहले विशेष धार्मिक आयोजन किए जाते हैं, जिसकी धूम सम्पूर्ण भारतवर्ष में देखने को मिलती है.
- महावीर मंदिर, पटना (बिहार)
जम्मू में वैष्णो देवी के मंदिर के बाद पटना में महावीर मंदिर का नाम आता है, जहां साल भर लाखों श्रद्धालु आते हैं. हनुमान जी का ये मंदिर धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, जहां हनुमान भक्त अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए दूर दूर से यहां दर्शन के लिए आते हैं और हनुमान जी की कृपा पाते हैं.
- उल्टे हनुमान जी का मंदिर, इंदौर (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश के इंदौर में हनुमान जी का एक अनोखा मंदिर मौजूद हैं, जहां हनुमान जी की उल्टी प्रतिमा देखने को मिलती है. जी हां! इस मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा उल्टी हैं, जहां हनुमान जी की पूजा भी उल्टे रूप में ही की जाती है. इस अनोखे मंदिर और हनुमान जी की प्रतिमा के चमत्कार को देखने के लिए यहां लोग दूर दूर से पधारते हैं.
- हनुमान गढ़ी, अयोध्या (उत्तर प्रदेश)
राम मंदिर के अलावा अयोध्या में हनुमान जी का भी भव्य मंदिर मौजूद है, जिसे हनुमान गढ़ी के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर में करीब 76 सीढ़ियां हैं. यहां हनुमान जी के बाल्यकाल की मूर्ति मौजूद है,
जिसमें वह अपनी माता अंजनी की गोद में सिर रखकर लेटे हुए हैं, यही कारण है कि इस मंदिर को हनुमान जी का निवास स्थल कहा जाता है.
- पंचमुखी आंजनेयर मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु जोकि आरंभ से ही विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों वाला राज्य माना जाता रहा है, वहां हनुमान जी का भी एक ऐसा मंदिर मौजूद हैं, जहां हनुमान जी के पंचमुखी रूप में दर्शन होते हैं.
ये मंदिर तमिलनाडु के कुम्बकोनम में स्थापित है, जहां हनुमान जी के पंचमुखी अवतार के दर्शन होते हैं.
- हनुमान धारा, सीतापुर (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में स्थित ये मंदिर काफी लोकप्रिय है. यहां हनुमान जी की विशाल मूर्ति के सिर पर जल के दो कुंड मौजूद हैं, जिनमें से सदा पानी बहता है.
यही कारण है कि इस मंदिर को हनुमान धारा के नाम से जाना जाता है. ये मंदिर माता सीता के नाम पर रखे गए जिले सीतापुर में पहाड़ों के मध्य मौजूद है, जहां हनुमानजी के दर्शन के लिए लाखों भक्त पहुंचते हैं.
इस प्रकार, ये थे हनुमान जी के अनोखे मंदिर, जिसका इतिहास काफी प्राचीन और अद्भुत है. इस हनुमान जयंती आपको इन मंदिरों के दर्शन करने अवश्य जाना चाहिए.